प्रदेश के पच्चीस हजार शिक्षकों की दीपावली फीकी, अंकपत्रो के सत्यापन का काम लटका

मुंगराबादशाहपुर।  पूविवि प्रशासन अगर अपने काम में तेजी लाकर अंकपत्रों का सत्यापन कर दिया होता तो बेचारे पच्चीस हजार लोगों की दीपावली व धनतेरस फीकी न होती। नयी नौकरी पाने के बाद न जाने कितने सपने संजोये रहे होगे कि इस दीपावली पर वह घर क्या उपहार लेकर जाएंगे।

जानकारी के अनुसार पूर्वान्चल विश्वविद्यालय से पढ़ाई पूरी करने के बाद देश के कोने-कोने में शिक्षक, पुलिस व विभिन्न विभागों में नौकरी सेवा से जुड़े लोगों के अंकपत्र पूविवि में सत्यापन के लिए काफी दिनों से आए पड़े है। नयी नौकरी पाने वाले लोगों में शिक्षको की संख्या अधिक है। पूर्वान्चल विश्वविद्यालय में करीब 25 हजार ऐसे अंकपत्र सत्यापन के लिए आए हैं। लेकिन वह सत्यापन के अभाव में लटके पड़े है। उसके पीछे कोई न कोई कमी ही बताई गई है। जिसके चलते सत्यापन नहीं गया और वेतन का भुगतान नहीं हुआ ऐसे में 25 हजार से अधिक नौकरी वालों की दिपावली फीकी होने वाली है ।



क्या बोले पीड़ित अभ्यर्थी

बरेली में तैनात शिक्षक रोहित सिंह ने बताया कि 6 महीने से मेरा अंकपत्र वेरीफिकेशन विश्वविद्यालय में लटका हुआ है और सत्यापन न होने से वेतन भुगतान नहीं हो सका । यही हाल मुकेश प्रजापति , दीपाली सिंह, अरविंद पांडे, चंदन भारती की है ,नौकरी तो मिल गई है सत्यापन की वजह से इन्हें वेतन भुगतान नहीं हो रहा है। इन लोगों का कहना है दिपावली पर परिवार को गिफ्ट करने का सपना भी अधूरा रह गया।