सीबीएसई: प्रैक्टिकल के अंक नहीं रोक पाएंगे स्कूल

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने प्रायोगिक परीक्षा के अंकों को वेबसाइट पर अपलोड करने में स्कूलों की लापरवाही पर सख्त रुख अपनाया है। बोर्ड ने कहा है कि स्कूल आंतरिक मूल्यांकन के अंक 23 दिसंबर तक हर हाल में अपलोड कर दें, अन्यथा बिना प्रायोगिक एवं प्रोजेक्ट अंक के ही परिणाम घोषित कर दिया जाएगा। यही नहीं, संबंधित स्कूल पर 50 हजार रुपये तक जुर्माना या मान्यता वापस लेने की कार्रवाई भी की जा सकती है। बोर्ड की इस सख्ती से स्कूलों की परेशानी बढ़ गई है।


सीबीएसई ने प्रधानाचार्यों को निर्देश देकर साफ किया है कि उन्हें आनलाइन ओएमआर शीट परीक्षा से पहले उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे कि समय रहते डाउनलोड करके उनके ¨पट्र निकलवाए जा सकें। विद्यार्थियों को रफ करने के लिए भी अतिरिक्त शीट मिलेगी।

पेन से भरना होगा उत्तर : पहले चरण की बोर्ड परीक्षा के हर प्रश्नपत्र में 90 मिनट की अवधि के साथ अधिकतम 60 प्रश्न होंगे। परीक्षार्थियों को ओएमआर शीट पर पेन से उत्तर भरने होंगे।

’>>हर हाल में 23 दिसंबर तक अपलोड करने होंगे अंक, नहीं तो जुर्माना

’>>ऐसा न होने पर बिना प्रायोगिक अंक के घोषित कर दिया जाएगा परिणाम

पांच सौ परीक्षार्थी पर एक पर्यवेक्षक

परीक्षा को नकलविहीन व शुचितापूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि इस बार 500 विद्यार्थियों पर एक और उससे अधिक पर दो पर्यवेक्षक की नियुक्ति की जाएगी। बोर्ड ने पर्यवेक्षक की नियुक्ति की जिम्मेदारी जिला समन्वयकों को सौंपी है, जो परीक्षा केंद्रों पर नियुक्ति करने के साथ ही उनकी ड्यूटी भी लगाएंगे।

बोर्ड द्वारा परीक्षा के दिशा-निर्देशों की जानकारी सभी स्कूलों को दे दी गई है। नियमों का पालन नहीं करने वाले स्कूलों पर बोर्ड द्वारा नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। -अजीत दीक्षित, जिला समन्वयक, सीबीएसई