ऐसे परिषदीय शिक्षकों को अगले माह वेतन मिलना मुश्‍किल, जानिए क्‍या है मामला

सहारनपुर,  दो वर्ष चल रही मानव संपदा पोर्टल की कार्रवाई अंतिम दौर में पहुंच गई है। पोर्टल पर शिक्षकों और कर्मचारियों के दस्तावेज अपलोड करना अनिवार्य होगा, जिनके दस्तावेज अपलोड नहीं होंगे उन्हें वेतन नहीं मिल सकेगा।


बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों और विभागों में कार्यरत शिक्षकों व कर्मचारियों का डाटा दुरुस्त करने के उद्देश्य से दो वर्ष पूर्व मानव संपदा पोर्टल शुरू किया गया था। इस पोर्टल पर सभी शिक्षकों व कर्मचारियों के अंक प्रमाणपत्र अपलोड करना अनिवार्य किया गया था। पोर्टल पर अपलोड की कार्रवाई समय-समय पर विभिन्न कारणों के चलते बढ़ाई गई, ताकि सभी के दस्तावेज अपलोड किए जा सकें। पिछले वर्ष से कोरोना संक्रमण के कारण पोर्टल पर अपलोड में बाधाएं चली आ रही थीं।

जिले में 5400 से अधिक नियमित शिक्षक कार्यरत 
जिले में 5400 से अधिक नियमित शिक्षक कार्यरत है। विभाग के अनुसार 90 फ़ीसद से अधिक शिक्षकों व कर्मचारियों का डाटा पोर्टल पर अपलोड किया जा चुका है, कुछ शिक्षकों कर्मचारियों के दस्तावेजों में विसंगतियों के चलते समस्या आ रही है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा कार्यालय के अपर परियोजना निदेशक मोहित तिवारी ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को भेजे पत्र में निर्देश दिए हैं कि वे शत-प्रतिशत शिक्षकों कर्मचारियों का डाटा पोर्टल पर अपलोड कराना सुनिश्चित करें, जिन शिक्षकों का डाटा अपलोड होने से वंचित रह जाएगा उनका वेतन अगले माह से रोकने की कार्रवाई सुनिश्चित करें। अपलोड करने की स्थिति के बाद ही वेतन जारी किया जाए।  


मुजफ्फरनगर और बिजनौर से आए शिक्षकों को विद्यालय आवंटित
अंतर्जनपदीय स्थानांतरण प्रक्रिया के अंतर्गत पारस्परिक स्थानांतरण से जिले में मुजफ्फरनगर और बिजनौर से आए आठ शिक्षकों को विद्यालय आवंटित कर दिए गए हैं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अंबरीश कुमार ने बताया कि विभागीय निर्देशों के क्रम में इन शिक्षकों को विद्यालय आवंटित करने की कार्रवाई की गई है।