DBT के माध्यम से अभिभावकों के खाते में भेजी जाने वाली धनराशि के सदुपयोग के निर्देश

सुल्तानपुर। परिषदीय व सहायता प्राप्त विद्यालयों के कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को स्कूल ड्रेस, जूता-मोजा, स्कूल बैग व स्वेटर क्रय करने के लिए सरकार अभिभावकों के खाते में प्रति छात्र 1100 रुपये भेजने की तैयारी में है। रुपये खाते में पहुंचने के पूर्व शासन से निर्देश जारी हुआ है कि इस धनराशि से सिर्फ बच्चों के यूनिफॉर्म, जूता-मोजा, स्कूल बैग और स्वेटर ही क्रय किए जाएं।


जिले के 2195 विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा एक से आठ तक के छात्र-छात्राओं को स्कूल बैग, यूनिफॉर्म, जूता-मोजा और स्वेटर के लिए 1100 रुपये डीबीटी के माध्यम से भेजा जाना है। धनराशि ट्रांसफर करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में चल रही है। धनराशि से 300 रुपये की दर से दो जोड़ी यूनिफॉर्म खरीदना है। 200 रुपये से स्वेटर क्रय करना है। 125 रुपये से जूता-मोजा तथा 175 रुपये से स्कूल बैग खरीदा जाना है। शासन ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजकर अभिभावकों के खाते में भेजी जाने वाली धनराशि से बच्चों के उल्लिखित सामान खरीदने का निर्देश दिया है। धनराशि प्राप्त होने के एक सप्ताह में अभिभावकों को यूनिफॉर्म, स्वेटर, जूता-मोजा और स्कूल बैग क्रय कर लेने का निर्देश दिया गया है।

पिछले साल के ही रंग और डिजाइन का होगा सामान
स्कूल बैग, स्वेटर, यूनीफॉर्म और जूता-मोजा का रंग और डिजाइन पिछले वर्ष वितरित हुए सामान की तरह ही होगा। हालांकि, शासन की ओर से बताई गई धनराशि में यह सामान खरीद पाना टेढ़ी खीर है। 125 रुपये में जूता-मोजा क्रय करना और 175 में स्कूल बैग क्रय कर पाना मुश्किल काम है।

यूनिफार्म में ही विद्यालय आएंगे बच्चे
- डीबीटी के माध्यम से धनराशि मिलने के बाद अभिभावक अपने पाल्यों को स्कूल यूनिफॉर्म में ही प्रतिदिन विद्यालय भेजेंगे। इसके लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। प्रधानाध्यापक इस व्यवस्था का पालन कराएंगे। - दीवान सिंह यादव, बीएसए।