DBT डेटा फीडिंग में सुस्ती के चलते परिषदीय स्कूलों में बच्चों को नहीं मिला यूनिफार्म व बैग

मीरजापुर : परिषदीय विद्यालय खुले हुए लगभग सात माह बीत गया है, बावजूद इसके बच्चों को नया यूनिफार्म व बैग आज तक नहीं मिल सका है। गांवों में पालीथिन अथवा उसी पुराने बैग में ही कापी-किताब लेकर नौनिहाल स्कूल पहुंच रहे। जिले के 1806 परिषदीय स्कूलों में दो लाख 97 हजार बच्चे अध्ययनरत हैं। अभिभावकों के बैंक खाते में धन भेजने के लिए डीबीटी एप पर लगभग 2,16,452 हजार बच्चों का डाटा फीड किया जा चुका है।


बेसिक शिक्षा विभाग बच्चों को यूनिफार्म, बैग, स्वेटर और जूता-मौजा एजेंसियों के माध्यम से वितरित किया जाता था। बच्चों को वितरित होने वाले सामान की ससमय उपलब्धता संग गुणवत्ता पर सवाल उठते थे। सामग्री अभिभावक स्वयं खरीदेंगे, इसके लिए उनके बैंक खाते में सीधे धन भेजा जाएगा। इस बाबत शिक्षा निदेशक बेसिक डा. सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह ने निर्देश जारी भी किया है। बावजूद इसके अभी तक अभिभावकों के खाते में धनराशि नहीं पहुंच सकी है। इसके चलते बच्चों को पुराने यूनिफार्म और बैग से ही काम चलाना पड़ रहा है। डीसी नीरज सिंह ने बताया कि पंजीकृत 2,97,812 में से 2,16,452 की फीडिग हो चुकी है। धनराशि भेजने के लिए शत प्रतिशत बच्चों अथवा अभिभावकों का बैंक खाता आधार कार्ड और मोबाइल नंबर से लिक होना चाहिए, जिनका बैंक खाता आधार कार्ड व मोबाइल नंबर से लिक नहीं है, तत्काल करा दें। वर्जन


यूनिफार्म, बैग, स्वेटर आदि के लिए अभिभावकों के खाते में सीधे धनराशि भेजी जाएगी। इसके लिए अभिभावकों का नाम और बैंक खाता नंबर आदि जानकारी डीबीटी एप पर अपलोड कराया जा रहा है। जल्द ही शासन द्वारा बच्चों अथवा उनके अभिभावकों के खाते में सीधे धनराशि भेजी जाएगी।

- गौतम प्रसाद, बीएसए, मीरजापुर।