बस्ती:- बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय स्कूल में दूसरे के अभिलेखों पर फर्जी तरीके से सहायक अध्यापक बन 11 साल तक नौकरी करने वाले फर्जी शिक्षक के खिलाफ रुधौली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। बीएसए जगदीश शुक्ल ने फर्जीवाड़े के खुलासे के बाद रुधौली ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय सिहरीखुर्द में कार्यरत आरोपी प्रधानाध्यापक प्रवीण कुमार जायसवाल को बर्खास्त कर दिया था। थाना प्रभारी संजय मिश्रा ने बताया कि बीईओ रुधौली रामकरन सिंह की तहरीर पर केस कर फर्जी शिक्षक की तलाश शुरू कर दी गई है।
जिले के रुचीला ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय सिहरीखुर्द में प्रधानाध्यापक पद पर कार्यरत प्रवीण कुमार जायसवाल का सहायक अध्यापक पद पर चयन 2010 में हुआ था। बीएसए कार्यालय के अनुसार करीब सात माह पूर्व एसटीएफ को शिकायत मिली थी कि प्रवीण कुमार ने किसी दूसरे के अभिलेखों का प्रयोग कर नौकरी हासिल की है। एसटीएफ ने जांच शुरू की तो सामने आया कि असली प्रवीण कुमार जायसवाल जनपद गोरखपुर के ब्रह्मपुर ब्लॉक के प्राइमरी विद्यालय बौउटा में कार्यरत हैं। उनके ही अभिलेखों की मदद से बस्ती में तैनात अध्यापक ने नौकरी हासिल कर ली है। इसकी रिपोर्ट एसटीएफ बीएसए बस्ती को भेजी थी। बीएसए ने रुधौली ब्लॉक के प्रा.वि. सिहरीखुर्द में कार्यरत प्रधानाध्यापक को नोटिस जारी की थी। लेकिन फर्जी प्रधानाध्यापक भी गायब हो गया था। बीएसए जगदीश शुक्ल ने आरोपी प्रधानाध्यापक को बखास्त करते हुए मुकदमा दर्ज कराने का आदेश जारी कर दिया था। रुधौली पुलिस ने आईपीसी की धारा के तहत केस दर्ज किया है।

