यूपी बोर्ड में अंक बढ़ाने को प्रलोभन, सचिव ने लिखाया मुकदमा

प्रयागराज: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की वर्ष 2022 की बोर्ड परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक हो जाने का दाग परीक्षा के दौरान लग चुका है। अब परिणाम तैयार किए जाने के बीच असामाजिक तत्वों ने नए ढंग से एंट्री की है।



 वह परीक्षा में शामिल हुए कई छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों को फोन कर प्रलोभन दे रहे हैं कि वह अधिक अंक दिला देंगे। यह जानकारी होने पर यूपी बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने ऐसे अराजकतत्वों के खिलाफ सिविल लाइंस थाना, प्रयागराज में मुकदमा दर्ज कराया है। बोर्ड सचिव ने इस संबंध में सार्वजनिक सूचना जारी की है। उसमें कहा है कि हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में शामिल हुए छात्र व छात्राओं के अंक बढ़ाने तथा उन्हें फेल से पास कराने के लिए कुछ असामाजिक तत्व परीक्षार्थियों एवं उनके अभिभावकों को फोन काल करके प्रलोभन दे रहे हैं। परीक्षार्थियों एवं उनके अभिभावकों को उन्होंने सलाह दी है कि ऐसे अराजकतत्वों के प्रलोभन में न आएं। 




अगर उनके पास इस तरह की कोई फोन काल आए तो अपने जिले के जिला विद्यालय निरीक्षक को तुरंत अवगत कराएं,। बोर्ड सचिव के मुताबिक मेरठ, वाराणसी से परीक्षार्थियों की ओर से उनके पास शिकायत आई कि नंबर बढ़ाने के लिए रुपये की मांग करते हुए उनके पास फोन काल आ रहे हैं। इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने मुकदमा दर्ज कराया है। परीक्षार्थियों के पास जिन नंबरों से काल आई थी, उसे ट्रैस कराया गया तो वह बिहार और झारखंड के पते पर निकले। माना जा रहा है कि यह फोन काल साइबर गैंग से जुड़े लोग कर रहे हैं। हालांकि यहां एक प्रश्न उठ खड़ा हुआ है कि आखिर अराजकतत्वों को परीक्षार्थियों के फोन नंबर कैसे मिले।