अब कंट्रोल रूम से रखी जाएगी शिक्षकों की गतिविधियों पर नजर, इस तरह करेगा कण्ट्रोल रूम कार्य


बदायूं। बेसिक शिक्षा कार्यालय में अब कंट्रोल रूम बनाया गया है। यहां से शिक्षकों को फोन करके उनकी उपस्थिति दर्ज की जाएगी। जो शिक्षक गैरहाजिर मिलेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जो विद्यालय गलत सूचना देंगे तो जांच में पकड़े जाने के बाद पूरे स्टाफ पर भी कार्रवाई होगी।



परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों द्वारा मनमाने समय पर आना-जाना आम बात है। कई बार यह भी देखने को मिला है कि शिक्षक उपस्थिति रजिस्टर पर हस्ताक्षर करके चले आते हैं। बीएसए आनंद प्रकाश शर्मा ने इस पर रोक लगाने और शिक्षकों की सही स्थिति पता करने के लिए कार्यालय में कंट्रोल रूम खोला है। यहां पर प्रतिदिन सुबह साढ़े आठ बजे से अपराह्न साढ़े तीन बजे तक अचानक किसी भी स्कूल के शिक्षकों की उपस्थिति ली जाएगी।

कंट्रोल रूम में बैठने वाले कर्मचारियों के पास सभी विद्यालयों के शिक्षकों के नाम और नंबर मौजूद रहेंगे। ऐसे में जो शिक्षक गैरहाजिर मिलेंगे, उनकी रिपोर्ट बीएसए को दी जाएगी। कंट्रोल रूम के माध्यम से सबसे ज्यादा निगाह ग्रामीण क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों पर रहेंगी, क्योंकि मुख्य रोड से दूरी अधिक होने के कारण अधिकारियों द्वारा इन विद्यालयों का निरीक्षण नहीं हो पाता है।
प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड अवकाश ही होगा मान्य
बीएसए ने साफ निर्देश दिए है कि अब विद्यालय की उपस्थिति रजिस्टर में अवकाश का प्रार्थना पत्र रखने से काम नहीं चलेगा। अगर किसी शिक्षक को अवकाश चाहिए तो उसे प्रेरणा पोर्टल पर अवकाश के लिए आवेदन करना होगा। अन्यथा की स्थिति में उसे गैरहाजिर माना जाएगा।
सभी विद्यालयों में प्रतिदिन निरीक्षण करना मुश्किल है। ऐसे में कंट्रोल रूम खोला गया है। इसकी मदद से शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज की जाएगी। साथ ही सभी बीईओ और स्वयं भी लगातार निरीक्षण करते रहेंगे। वहीं, अगर कंट्रोल रूम को लगता है किसी विद्यालय से गलत सूचना दी जा रही है, तो मौके पर उसकी जांच कराई जाएगी। अगर सूचना गलत मिली तो पूरे स्टाफ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
-आनंद प्रकाश वर्मा, बीएसए