किशोरों को हीनभावना से बचाने के लिए बेसिक शिक्षकों को किया प्रशिक्षित


मुरादाबाद। बालिका शिक्षा के अंतर्गत बेसिक शिक्षा परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को तीन दिवसीय जनपद स्तरीय जीवन कौशल ( सेल्फ एस्टीम एंड बॉडी कांफिडेंस) प्रशिक्षण दिया गया।


कंपोजिट विद्यालय कांशीराम नगर में मास्टर ट्रेनरों ने शिक्षकों को किशोरों में होने वाले बदलावों और हीनभावना से बचाव की जानकारी दी गई। जेंडर स्टीरियोटाइप, रूढ़िवादिता, आदर्श रूप के सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव, मीडिया में दिखाए जाने वाले भ्रामक रोल मॉडल रूप, हानिकारक वाह्य रूप और आंतरिक गुणों से जुड़ी बातों तथा शारीरिक बातों से उत्पन्न नकारात्मक सोच को बदलने, सकारात्मक सोच को बढ़ावा देने को प्रोत्साहित किया। प्रस्तुतिकरण और सामूहिक गतिविधियों के माध्यम से शिक्षकों को विस्तार से जानकारी दी गई। कॉमिक बुक व पोस्टर के माध्यम से बच्चों की सोच विकसित करने की अपील की गई।



जिला समन्वयक बालिका शिक्षा रजत भटनागर ने प्रतिभागियों को प्रशिक्षण से प्राप्त अद्यतन ज्ञान और नव गतिविधियों को अपने विद्यालयों में लागू करने के निर्देश देते हुए प्रेरणा गीत के साथ प्रशिक्षण का समापन कराया गया। प्रशिक्षण में छह बैचों में जनपद के चार ब्लाकों से आए 300 शिक्षकों ने प्रतिभाग किया। मास्टर ट्रेनरों में जय कुमार, नीतू सिंह, प्रतीक शर्मा, पारूल जैन, नवनीत विश्नोई, दीप कुमार, शालिनी, रोशनी, जितेंद्र कुमार, मालती गौतम, भानुप्रताप रहे।