निरीक्षण में अनुपस्थित मिले 50 अध्यापकों का वेतन बहाल


शासन के निर्देश पर परिषदीय विद्यालयों के शैक्षिक गुणवत्ता को परखने के लिए विभिन्न तिथियों में खंड शिक्षा अधिकारी टीम ने स्कूलों का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान तीन विद्यालय बंद मिले थे, जिनमें करीब 12 शिक्षक, शिक्षामित्र व अनुदेशक अनुपस्थित मिले।




वहीं 41 स्कूलों के निरीक्षण में 38 अध्यापक शिक्षक, शिक्षामित्र बिना सूचना के अनुपस्थित मिले थे। सभी का अग्रिम आदेश तक वेतन रोक दिया गया था। बीएसए ने सभी अध्यापकों का स्पष्टीकरण लेते हुए भविष्य में इस तरह की पुनरावृति न होने के शर्त पर वेतन बहाल कर दिया है।

बेसिक शिक्षा अधिकारी कल्पना देवी की निगरानी में बीते 27 फरवरी, एक से 28 मार्च, 15 अप्रैल एवं नौ मई की तिथियों में परिषदीय स्कूलों का औचक निरीक्षण कराया था। निरीक्षण के दौरान प्राथमिक विद्यालय घुघूलपुर व कम्पोजिट विद्यालय किरतापुर में ताला बंद मिला था। इन दोनों स्कूलों में तैनात सभी शिक्षक, शिक्षामित्र का वेतन अग्रिम आदेश तक रोक दिया गया था।


37 स्कूलों में सहायक अध्यापक रजनी शुक्ला, आसमा तंजीम, सुधीर कुमार, शरद भारद्वाज, योगेश पाल, सरला वर्मा, अभय मिश्रा, सैयद शमीम अहमद, हेमेंद्र सिंह, बिट्टू सिंह, आलोक कुमार सिंह, प्रदीप सिंह, सुशील कुमार, रंजना, सौम्या सिंह, नेहा मौर्या, हुसना खातून, सतपाल सिंह, शिव शंकर, नीरज, राजकुमार, दीपशिखा केसरवानी, स्वाति रंजन, धर्मेंद्र रत्नावा, वर्तिका श्रीवास्तव, कौशलेंद्र सिंह, प्रीति श्रीवास्तव, रामश्री, धर्मेंद्र प्रताप सिंह, कृष्ण कुमार मिश्रा, ममता विज, अंजली, प्रदीप पांडे, गीता मौर्य, वर्तिका शुक्ला, आरती त्रिपाठी, सुभाष चंद्र वर्मा व शशि कपूर अनुपस्थित मिले थे। इन सभी से स्पष्टीकरण लेते हुए भविष्य में दोबारा ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न होने के शर्त पर वेतन बहाल कर दिया गया है।