शिक्षकों के जिले के अंदर ही नहीं पारस्परिक तबादले भी फंसे, शासन ने जनवरी में जारी किया था इसके लिए आदेश


लखनऊ। बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में तैनात शिक्षकों की समस्याएं कम नहीं हो रही हैं। विभाग न तो जिले के अंदर तबादले की प्रक्रिया शुरू कर रहा है न ही पारस्परिक तबादले की। जबकि इसको गर्मी व जाड़े की छुट्टियों में पूरा किया जाना था इसे लेकर शिक्षकों में काफी नाराजगी है।


जनवरी में शासन की ओर से जारी निर्देश में कहा गया था कि बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों का जिले के अंदर पारस्परिक तबादला किया जाएगा। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन कभी भी किए जा सकेंगे। किंतु तबादले साल में दो बार गर्मी व जाड़े की छुट्टी के दौरान ही किए जाएंगे। इसके लिए डायट प्राचार्य की अध्यक्षता वाली कमेटी होगी। इसमें डीआईओएस, बीएसए व वित्त एवं लेखाधिकारी भी होंगे। लेकिन विभाग इस आदेश को भी जारी कर भूल गया। शिक्षकों का कहना है कि गर्मी की छुट्टियां शुरू हुए एक सप्ताह से अधिक बीत गया, लेकिन इसके लिए कार्यवाही शुरू नहीं की गई।


शिक्षकों की वरिष्ठता सूची जारी कर दी गई है। अब इन शिक्षकों को नए स्कूलों का आवंटन किया जाएगा। इसके बाद रिक्तियों की जानकारी मिलने पर जिले के अंदर तबादला प्रक्रिया शुरू की जाएगी। वहीं जिले में परस्पर तबादला की प्रक्रिया जल्द ही गर्मी की छुट्टियों में शुरू करेंगे। -विजय किरन आनंद, महानिदेशक, स्कूल शिक्षा

शासन अपने ही आदेश का समय से पालन नहीं करा पा रहा है। विभागीय अधिकारी जान-बूझकर शिक्षकों की समस्याओं को हल करने की जगह उलझा रहे हैं। -अनिल यादव, प्रदेश अध्यक्ष, उप्र बीटीसी शिक्षक संघ