साहब को नहीं पता प्रदेश में कितने स्कूल और शिक्षक हैं।


आरटीआई : साहब को नहीं पता प्रदेश में कितने स्कूल और शिक्षक हैं।





शिक्षक भर्ती का इंतजार कर रहे बेरोजगार ने सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत बेसिक शिक्षा विभाग से मांगी थी जानकारी
प्रयागराज:- बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों को नहीं पता है कि प्रदेश में कितने स्कूल संचालित हैं और उनमें कितने शिक्षक पढ़ा रहे हैं। परिषदीय प्राथमिक स्कूल में शिक्षक भर्ती का इंतजार कर रहे मड़ियाहूं जौनपुर के बीटीसी 2015 बैच के प्रशिक्षित बेरोजगार इन्दूभाल तिवारी ने बेसिक शिक्षा निदेशक से सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत नौ बिन्दुओं पर जानकारी मांगी थी।


उन्होंने प्रदेश में कुल परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों की संख्या, कुल एकल और शिक्षक विहीन स्कूल, शिक्षकों के कुल सृजित व कार्यरत (शिक्षामित्र/संविदाकर्मियों को छोड़कर) पदों की संख्या, छात्र-शिक्षक अनुपात, शिक्षामित्र/संविदाकर्मियों की संख्या, वित्तीय वर्ष 2018-19 से अब तक सेवानिवृत्त अध्यापकों की संख्या व नवनिर्मित स्कूलों की संख्या और प्राथमिक विद्यालयों में नामांकित छात्रों की संख्या मांगी थी।

इन्दूभाल के आवेदन पत्र पर पहली बार में निदेशक की ओर से कोई सूचना नहीं दी गई। जिसके बाद उन्होंने अपील की। अपील का जवाब संयुक्त शिक्षा निदेशक (बेसिक) लखनऊ गणेश कुमार ने एक जून को ऑनलाइन माध्यम से दिया है। उन्होंने नौ प्रश्नों का जवाब एक लाइन में दिया है-ऐसी कोई संख्यात्मक सूचना उपलब्ध नहीं है। विभाग के जवाब से असंतुष्ट इन्दूभाल ने अब इस प्रकरण को हाईकोर्ट में ले जाने का निर्णय लिया है।