असाध्य रोगों के सहारे गैर जनपद स्थानांतरण की जुगत


सिद्धार्थनगर : बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों अंतरजनपदीय स्थानांतरण के लिए जुगत लगा रहे हैं। कई शिक्षक तो मेरिट बढ़ाने के लिए असाध्य रोग का प्रमाण पत्र बनवाने में जुट गए हैं। बेसिक शिक्षा विभाग ने इच्छुक शिक्षकों से आनलाइन आवेदन मांगा गया है। जिले में तैनात 1920 शिक्षक आवेदन कर चुके हैं। आवेदन की अंतिम तिथि बुधवार को है। मंगलवार को हुए आवेदन में डुमरियागंज क्षेत्र के एक विद्यालय पर कार्यरत महिला शिक्षक ने अपने बेटी के असाध्य रोग होने का स्वास्थ्य प्रमाण पत्र लगाया है। आकांक्षी जनपद में शुमार सिद्धार्थनगर में गैर जनपद के साढ़े चार हजार शिक्षक कार्यरत हैं। यह अपने स्थानांतरण को लेकर आंदोलन कर चुके हैं.


स्थानांतरण में मेरिट की होगी अहम भूमिका : गैर जनपद में स्थानांतरण के लिए मेरिट की अहम भूमिका होगी। शिक्षक जिले में जीतने वर्ष कार्य किया है। उसका प्रत्येक वर्ष का एक अंक मेरिट में जुटेगा। महिला शिक्षक होने पर 10 अंक अतिरिक्त, पति या पत्नी के गैर जनपद में सेवारत होने पर 10 और असाध्य रोग होने पर 20 अंक अतिरिक्त मिलेगा।


इन रोगों की वजह से मिल सकती है। छूट: असाध्य रोगों में कैंसर, हृदय रोग डायलिसिस व गुर्दा प्रत्यारोपण समेत समस्त गुर्दा रोग, घुटने व कुल्हे का बदलाव, प्रोस्टेट ग्लैंड सर्जरी, कार्निया प्रत्यारोपण शामिल है। इस संबंध में देवेंद्र कुमार पांडेय, बीएसए ने बताया कि स्थानांतरण प्रक्रिया में लगाए गए दस्तावेजों की जांच कराई जाएगी। यदि कोई प्रमाण पत्र फर्जी मिला तो शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को लिखा जाएगा