शिक्षिकाओं ने घेरा निदेशालय तबादला प्रक्रिया : कार्यमुक्त करने की मांग, आश्वासन पर धरना खत्म


लखनऊ। बेसिक शिक्षा विभाग के विद्यालयों में हाल में हुई तबादला प्रक्रिया में 69 हजार शिक्षक भर्ती के शिक्षकों को कार्यमुक्त करने से रोक दिया गया है। इसका कारण इस भर्ती को लेकर चल रही न्यायालय में सुनवाई बताया गया है।



कार्यमुक्त करने से रोकने से नाराज शिक्षिकाओं ने सोमवार को बेसिक शिक्षा निदेशालय का घेराव कर धरना दिया। उन्होंने कार्यमुक्त करने की मांग की।

विभिन्न जिलों से आई महिला शिक्षकों ने कहा कि लंबे समय बाद उन्हें गृह जनपद में तबादला मिला है। जब ज्वाइनिंग का समय आया तो विभाग ने उनको कार्यमुक्त करने पर रोक लगा दी। न्यायालय में मामला कई बार साल तक चलता है।


ऐसे में सिर्फ इस आधार पर उनको तबादले का लाभ न देने का और कार्यमुक्त न करने का निर्णय ठीक नहीं है। लिहाजा कार्यमुक्त कर तबादला पाए जिले में तैनाती दी जाए।

पुलिस प्रशासन ने हस्तक्षेप कर महिला शिक्षकों को पहले बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल से वार्ता कराई। किंतु उन्होंने न्यायालय में वाद निस्तारित होने तक कार्यमुक्त करने में असमर्थता जताई।


इसके बाद शिक्षकों का प्रतिनिधिमंडल महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने मिला। उन्होंने न्यायालय में जल्द निर्णय कराने के लिए प्रयास करने व कार्यमुक्त करने के लिए रास्ता निकालने का आश्वासन दिया। इस पर महिला शिक्षिकाओं ने धरना समाप्त किया। धरने में शामिल काफी महिलाएं अपने बच्चों को साथ लेकर पहुंची थीं।


दूसरी तरफ सचिव ने एक आदेश जारी कर सभी बीएसए से आज अनुपस्थित या अवकाश लेने वाले शिक्षकों का ब्योरा मांग लिया है। इससे महिला शिक्षकों में काफी नाराजगी है।