सरकार की योजनाएं जनता तक ले जाएं : प्रधानमंत्री


प्रधानमंत्री ने सांसदों को अपने-अपने क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा प्रवास करने व केंद्र व प्रदेशों की एनडीए सरकारों की योजनाओं व उपलब्धियों को जनता तक ले जाने को कहा है।


मोदी ने यह बात सांसदों के साथ बैठक में कही। दरअसल, लोकसभा चुनाव से पहले एनडीए में संवाद बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार से एनडीए सांसदों के अलग-अलग समूहों में बैठकों की शुरुआत की है। सोमवार शाम को दो बैठकें हुई। पहली में पश्चिमी उत्तर प्रदेश, ब्रज कानपुर-बुंदेलखंड और दूसरी बैठक में ओडीशा, झारखंड व पश्चिम बंगाल के सांसदों ने हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री ने सांसदों को केंद्र व प्रदेशों की एनडीए सरकारों की योजनाओं व उपलब्धियों को जनता तक ले जाने को कहा।

बीते दिनों दिल्ली में हुई एनडीए की बैठक में भाजपा के सहयोगी 38 दलों के नेताओं ने एनडीए में संवाद की कमी व जरूरत पड़ने पर ही बैठक करने को लेकर शिकायत की थी। इसके बाद प्रधानमंत्री के निर्देश पर संवाद बढ़ाने की कवायद शुरू हुई। भाजपा ने संसद सत्र के दौरान प्रधानमंत्री के साथ होने वाली सांसदों की बैठकों को एनडीए सांसदों की बैठक का खाका तैयार किया। इसकी शुरुआत सोमवार को दो बैठकों से हुई है।

सूत्रों के अनुसार, इन बैठकों में प्रधानमंत्री ने सभी सांसदों के साथ उनके हाल लेने के साथ भावी चुनावी तैयारी करने को भी कहा। उन्होंने सांसदों से अपने-अपने क्षेत्रों में ज्यादा से ज्यादा प्रवास करने के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री ने सांसदों से जनता के बीच ज्यादा से ज्यादा स्थानीय मुद्दों पर चर्चा करने और काम को लेकर फीडबैक लेने को भी कहा। जहां शिकायतें हैं, उनके हल के प्रयास भी करने को कहा। उन्होंने कहा कि सांसद संपर्क संवाद के दौरान केंद्र व राज्यों को एनडीए सरकारों की योजनाएं व उपलब्धियों को भी जनता के बीच रखें। उन्होंने अपने संबोधन में विपक्षी कथित एकता पर तंज कसा और कहा कि उसने चोला बदला है, चरित्र वही है।


पहली बैठक महाराष्ट्र सदन में हुई, जिसमें पश्चिम उत्तर प्रदेश, ब्रज व कानपुर बुंदेलखंड के 46 सांसदों को बुलाया गया था। दूसरी बैठक संसदीय सौंध में हुई। इसमें झारखंड, पश्चिम बंगाल व ओडिशा के 41 सांसद रहे। बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और कुछ प्रमुख नेता भी मौजूद रहे। मानसून सत्र के दौरान ऐसी दस बैठकें होनी हैं। अगली बैठक 2 अगस्त को होगी।