UP में लगातार बारिश, परिषदीय स्कूलों को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग ने जारी की एडवाइजरी


UP में लगातार बारिश, परिषदीय स्कूलों को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग ने जारी की एडवाइजरी


यूपी के ज्यादातर क्षेत्रों में लगातार जारी बरसात के मद्देनजर बेसिक शिक्षा विभाग ने सभी खस्ताहाल एवं जर्जर भवनों वाले प्राइमरी स्कूलों के लिए शुक्रवार को एडवाइजरी जारी की है।


यूपी के ज्यादातर क्षेत्रों में लगातार जारी बरसात के मद्देनजर बेसिक शिक्षा विभाग ने सभी खस्ताहाल एवं जर्जर भवनों वाले प्राइमरी स्कूलों के लिए शुक्रवार को एडवाइजरी जारी की है। इसके तहत स्कूल प्रशासन को ताकीद की गई है कि वे ऐसे विद्यालयों जिनके भवन जर्जर, क्षतिग्रस्त अथवा मरम्मत की स्थिति वाले हों उनमें किसी भी दशा में कक्षाएं संचालित नहीं करें। साथ ही चेताया गया है कि जर्जर, क्षतिग्रस्त भवनों और जलभराव वाले विद्यालयों के बच्चों को पास के परिषदीय विद्यालयों में पठान-पाठन कराने की व्यवस्था करें।

बेसिक शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से सभी खण्ड शिक्षा अधिकारियों व प्रधानाध्यापक एवं प्रभारी प्रधानाध्यापकों के नाम विभागीय एडवाइजरी में कहा गया है कि भारी बारिश के कारण विद्यालयों के भवनों के क्षतिग्रस्त होने की आशंक़ा तीव्र हो जाती है। विद्यालयों के ऐसे भवन जो पूर्व से क्षतिग्रस्त हैं, उनकी स्थिति और भी जर्जर हो सकती है जिनसे विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं की सुरक्षा को खतरा है। 

लिहाजा विद्यालयों के ऐसे भवन जो क्षतिग्रस्त हैं या जो मरम्मत आदि की स्थिति में है और बारिश के कारण इनके गिरने का अंदेशा है तो ऐसे विद्यालय भवनों में या उनके नजदीक कदापि पठन-पाठन का कार्य न कराया जाए।


साथ ही ऐसे विद्यालय जहां के परिसर में या उसके मुख्य रास्ते पर भारी जलभराव हो उन विद्यालयों में सामान्य स्थिति होने तक वहां के बच्चों के पठन-पाठन की व्यवस्था नजदीक के किसी सुरक्षित परिषदीय स्कूलों अस्थायी रूप से बैठाकर करा दिए जाएं। एडवाइजरी में वर्षा प्रभावित सभी जिलों के सभी खण्ड शिक्षा अधिकारियों को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे अपने-अपने क्षेत्र के सभी प्रधानाध्यकों व प्रभारी प्रधानाध्यापकों से निरंतर सम्पर्क में रहें और स्थितियों के दृष्टिगत सूचनाएं प्राप्त करते रहें। 

बेसिक शिक्षा अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने जिले के सभी स्कूलों की वस्तुस्थिति से स्कूल महानिदेशालय को नियमित रूप से ई-मेल, पत्र एवं दूरभाष से अवगत कराते रहें।