पोर्टल अपडेट न करने वाले बीएसए पर कार्रवाई संभव, सूचनाएं देने में यह जिले सबसे आगे


पोर्टल पर स्मार्ट क्लास की जानकारी अपडेट नहीं करने वाले बीएसए के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी है। शासन स्तर पर हुई पड़ताल में 32 जिलों के किसी भी स्कूल ने अपने यहां के स्मार्ट क्लासेज के बारे में पोर्टल पर कोई जानकारी साझा नहीं की है। इस पर शासन ने स्कूल शिक्षा महानिदेशक से ऐसे जिलों के बीएसए से अपडेशन में लापरवाही का कारण पूछने के साथ-साथ स्मार्ट क्लासेज का विवरण अपडेट कराने के निर्देश दिए हैं।



शासन के निर्देश के बाद स्कूल महानिदेशक ने संबंधित सभी बीएसए (बेसिक शिक्षा अधिकारी) को 20 जनवरी तक पोर्टल पर स्मार्ट क्लास की स्थिति अपडेट करने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश के प्राइमरी व अपर प्राइमरी समेत कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में इंटीग्रेटेड स्कीम फॉर स्कूली शिक्षा के तहत कारपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी फंड, स्मार्ट सिटी एवं अन्य माध्यमों से स्कूलों में स्मार्ट क्लास द्वारा बच्चों को आधुनिक तरीके से शिक्षा प्रदान की जा रही है। इसमें स्मार्ट बोर्ड अर्थात एलईडी स्क्रीन पर रोचक तरीके से पढ़ाई कराई जाती है।

सरकार के अलावा कारर्पोरेट व अन्य स्त्रत्तेतों से स्कूलों में स्मार्ट क्लास स्थापित किये जाने की व्यवस्था है लिहाजा सरकार ने जिले के किन-किन स्कूलों में कितने स्मार्ट क्लास संचालित किए जा रहे हैं या और कितने स्कूलों में स्मार्ट क्लास शुरू करने की तैयारी है, इसकी अद्यतन जानकारी पोर्टल पर नियमित रूप से अपडेट करने के निर्देश दिए हैं।


सूचनाएं देने में बरेली वाराणसी सबसे आगे

स्कूलों में स्मार्ट क्लास के बारे में सूचनाएं अपडेट करने में वाराणसी और बरेली सबसे आगे है। पोर्टल पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार वाराणसी के 1153 स्कूलों में से 315 में स्मार्ट क्लास संचालित की जा रही है जबकि बरेली के 2496 स्कूलों में से 600 स्कूलों में स्मार्ट क्लास संचालित किए जा रहे हैं।