शिक्षा में नई उम्मीदों का उजाला लेकर आया नया साल


नया साल, नयी पढ़ाई की उम्मीदों का सवेरा लेकर आया है। बदलते जमाने से कदमताल मिला रहे सरकारी प्राइमरी विद्यालयों को हाईटेक करने का अलविदा साल में बुना गया ख्वाब नये साल में जमीं पर उतरने की उम्मीद है। यह ख्वाब पीएमश्री योजना से जनपद के हर ब्लाक से चयनित एक-एक कंपोजिट विद्यालय के साथ ही माध्यमिक में नगर के राजकीय बालिका इंटर कालेज में साकार होगा। निपुण लक्ष्य की प्राप्ति के साथ-साथ 149 विद्यालयों में स्मार्ट क्लास शुरू हो जाएंगे। प्रोजेक्ट अलंकार से सात सहायता प्राप्त इंटर कालेजों की दशा बदलने के साथ दमक बढ़ेगी। आइटीआइ में नए ट्रेड बढ़ने से रोजगार के अवसर सृजित होने के साथ ही बड़ी संख्या में युवा प्रशिक्षित होंगे। ताखा में चार साल बाद पीपीपी माडल के तहत बनी आइटीआइ संचालित होने की उम्मीद बंधी है।


कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय (नगर क्षेत्र) के सामने बालिकाओं के लिए 1.75 करोड़ की लागत से छात्रावास बनकर तैयार है। यह छात्रावास कक्षा 9 से 12 तक की आवासीय शिक्षा ग्रहण करने वाली ग्रामीण छात्राओं के लिए बनाया गया है। प्रदेश में कक्षा एक से आठ तक संचालित होने वाले इन विद्यालयों को इसी शिक्षा सत्र 2023-24 से उच्चीकृत किया गया है। इन उच्चीकृत विद्यालयों, छात्रावासों का लोकार्पण फरवरी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किया जाना प्रस्तावित है। वर्तमान शिक्षा सत्र में नगर के राजकीय बालिका इंटर कालेज, शोरावाल बालिका इंटर कालेज, जनता इंटर कालेज और आर्य कन्या इंटर कालेज में विज्ञान वर्ग की 9 से 12 की 30 छात्राएं

नामांकित हैं। वर्ष 2020 में आवास विकास परिषद ने छात्रावास का निर्माण प्रारंभ किया था। चार माह पूर्व छात्रावास का निर्माण पूर्ण होने के बाद 250 मीटर से अधिक बाउंड्रीवाल का निर्माण महती आवश्यकता है। दरअसल अतिक्रमण और छात्रावास के सामने जलभराव के साथ ही भवन व छात्राओं की सुरक्षा के मद्देनजर बेसिक शिक्षा विभाग बाउंड्रीवाल के निर्माण के लिए प्रयासरत तो है लेकिन इसके लिए शासन से आवंटित 14 लाख के बजट से निर्माण करने में कार्यदायी संस्थाओं ने हाथ खड़े कर दिए हैं। बहरहाल, ग्रामीण क्षेत्र की बालिकाओं के लिए कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय ताखा में भी संचालित है। उसको नये शिक्षा सत्र में उच्चीकृत करने की प्रक्रिया चल रही है। ग्राम दींग में उच्चीकृत विद्यालय व छात्रावास के निर्माण के लिए कार्यदायी संस्था आरईएस को नामित किया गया है। इसी कड़ी में जनपद के सर्वाधिक पिछड़े ब्लाक चकरनगर में भी कस्तूरबा गांधी
विद्यालय की स्थापना प्रस्तावित है।