गुस्साए डीएम: शौचालय में गंदगी मिलने पर प्रधानाध्यापक से कहा- काम कम करतीं, बोलती ज्यादा हो, सस्पेंड कर दूंगा

 
फर्रुखाबाद जिले में पुलिस लाइन के प्राथमिक विद्यालय के शौचालय में गंदगी मिलने व शैक्षिक स्तर खराब पाए जाने पर जिलाधिकारी का पारा चढ़ गया। सफाई देने पर उन्होंने प्रधानाध्यापक को लताड़ लगाते हुए कहा कि काम कम करती, बोलती ज्यादा हो, सस्पेंड कर दूंगा। अनुपस्थित मिलने पर जिला बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय के वित्त एवं लेखाधिकारी (एओ) का वेतन रोकने के निर्देश दिए।



जिलाधिकारी डॉ. वीके सिंह बुधवार सुबह जिला बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे। कार्यालय में वित्त एवं लेखाधिकारी छत्रपाल वर्मा मौजूद नहीं थे। उन्होंने उपस्थिति रजिस्टर के साथ ही शिक्षकों के जीपीएफ व पेंशन आदि संबंधी फाइलें देखीं। कार्यालय परिसर में ही बने प्राथमिक विद्यालय पुलिस लाइन का निरीक्षण किया। बच्चों से प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री का नाम पूछा तो किसी बच्चे ने प्रधानमंत्री का नाम योगी व मुख्यमंत्री का नाम मोदी बता दिया। डीएम ने छात्र अमन से गणित का सवाल लगाने को कहा तो वह हल नहीं कर सका।

रसोई घर में मिडडे मील बनता नहीं मिला। दूध के बारे में प्रधानाध्यापक ने बताया कि दूध मंगवाएंगी। डीएम ने बच्चों को 150 एमएल दूध नापकर देने को कहा। स्कूल में पंजीकृत 133 बच्चों के सापेक्ष 62 बच्चे मिले। शौचालय व पीने के पानी की टोंटी में गंदगी मिलने पर प्रधानाध्यापक पदमा जब सफाई देने लगीं तो डीएम ने लताड़ लगाते हुए कहा काम कम करतीं, बोलती ज्यादा हो, सस्पेंड कर दूंगा।

दोबारा निरीक्षण में खामियां न मिलें। बीएसए गौतम प्रसाद से कहा कि आपके कार्यालय के विद्यालय की जब यह हालत है तो अन्य विद्यालयों का क्या होता होगा। मिडडे मील गुणवत्ता ठीक रखने को कहा। सभी प्रधानाध्यापकों को निर्देशित करें कि एक दिन पहले ही मिडडे मील के लिए सब्जी व दूध आदि खरीदवा लें। साथ ही कार्यालय परिसर में पड़ी जगह पर पौधरोपण करवाने के निर्देश दिए।