डीएम की क्लास में बच्चे पास, टीचर फेल


बांदा। डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने मंगलवार को कई विद्यालयों की शैक्षिक गुणवत्ता परखी। बच्चों से गणित, हिंदी और अंग्रेजी पढ़वाई। अधिकांश स्कूलों में बच्चों ने डीएम मैडम को किताब पढ़कर सुनाई तो कुछ ने पहाड़े भी बांचे। एक विद्यालय में शैक्षिक गुणवत्ता सही न मिलने पर एक शिक्षिका को नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि कमजोर बच्चों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।



डीएम ने सबसे पहले प्राथमिक विद्यालय मवई बुजुर्ग भाग-1 का निरीक्षण किया। यहां विद्यालय में कक्षा-5 के बच्चों से हिंदी की पुस्तक पढ़वाई और विलोम शब्द भी पूछे। कक्षा-चार के बच्चों से गणित से संबंधित सवाल किए। बच्चों की हिंदी और मजबूत कराने की बात कही। निर्माणाधीन रसोईघर को जल्द पूरा कराने को कहा।



इसके बाद वह माध्यमिक विद्यालय मवई बुजुर्ग पहुंची। यहां कक्षा-छह में अधिक छात्राओं के होने पर उन्हें दूसरे कमरे में स्थानांनतरित कराने के निर्देश दिए। शिक्षा की गुणवत्ता सही न होने पर शिक्षिका शोभा को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। बच्चों से अंग्रेजी की पुस्तक पढ़वाकर देखा।खंड विकास अधिकारी को विद्यालय में जल निगम की ओर से पाइपलाइन की व्यवस्था कराकर शुद्ध पेेयजल कराने के निर्देश दिए। जिला विकास अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी प्रिंसी मौर्य, जिला पंचायतराज अधिकारी, अजय आनंद, जिला कार्यक्रम अधिकारी एके तिवारी आदि मौजूद रहे।





- बिना स्वेटर दिखे बच्चे तो बीएसए से किया सवाल

डीएम के निरीक्षण में स्कूलों में तमाम बच्चे बिना स्वेटर के नजर आए। सूत्रानुसार इस पर डीएम ने बीएसए प्रिंसी मौर्य से इस बारे में जानकारी की, तो उन्होंने बताया कि सभी बच्चों के अभिभावकों के खातों में स्वेटर के लिए धनराशि भेजी जा चुकी है। इसके बाद भी बच्चों ने स्वेटर क्यो नहीं पहने, इस बारे में फिर किसी ने उनसे कोई सवाल नहीं किया।



- मैडम नमस्ते, कहकर चहके बच्चे

जिस विद्यालय में डीएम पहुंचती, वहां के बच्चों को शिक्षक बताते कि मैडम अपने यहां की सबसे बड़ी अधिकारी हैं और वह आप लोगों से मिलने व आपकी पढ़ाई के बारे में जानने आई हैं तो यह सुनकर बच्चे भी डीएम से हाथ जोड़कर नमस्ते कररते नजर आए। बच्चों को डीएम की क्लास काफी अच्छा भी लगा।