परीक्षा निगरानी में लापरवाही बरतने वाले केंद्रों पर कारण बताओ नोटिस तक सीमित है कार्रवाई


परीक्षा निगरानी में लापरवाही बरतने वाले केंद्रों पर कारण बताओ नोटिस तक सीमित है कार्रवाई


अयोध्या। माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से परीक्षा के दौरान निगरानी में लापरवाही बरतने वाले केंद्रों पर कार्रवाई करने के सख्त निर्देश दिए गए हैं, लेकिन जिला स्तर पर कार्रवाई मजाक बन रह गई है। कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति के लिए कारण बताओ नोटिस थमाया जा रहा है। उसके आगे की प्रक्रिया हवा हवाई है।





बीते 22 फरवरी को परीक्षा शुरू होने के साथ केंद्रों पर निगरानी में लापरवाही के मामले सामने आने लगे थे। पहले दिन ही सचल दल की जांच में 12 केंद्रों पर गड़बड़ी पकड़ी गई थी। इस दौरान कहीं शिक्षक गलत ड्यूटी कर रहे थे, तो कई केंद्रों पर सीसीटीवी बंद थे। इसी प्रकार सीटिंग प्लान और लगातार सीसीटीवी के संचालन में कमियां मिलने पर अब तक 20 केंद्रों के व्यवस्थापकों को नोटिस जारी किया जा चुका है। नोटिस जारी करने के बाद उसके आगे की प्रक्रिया किसी मामले में स्पष्ट नहीं हो सकी है। वहीं, विभाग के जिम्मेदारों का कहना है कि सभी मामलों में परीक्षा पूर्ण होने के बाद रिपोर्ट बोर्ड को भेजी जाएगी। वहीं से कार्रवाई सुनिश्चित होगी।






20 में से एक मामले में हटे केंद्र व्यवस्थापक


परीक्षा के दौरान सीसीटीवी बंद होना बोर्ड के लिए भले ही गंभीर विषय हो, लेकिन जिले में ये आम है। इसी के चलते आए दिन कोई न कोई केंद्र व्यवस्थापक एक नोटिस जरूर पाता है। ऐेसे में अब तक 20 केंद्र व्यवस्थापकों को नाेटिस दिया जा चुका है। कार्रवाई सिर्फ एक पर ही हुई और वो भी बोर्ड के निर्देश पर। बीते 23 फरवरी को परीक्षा के दौरान सीसीटीवी ऑफलाइन होने के चलते बोर्ड के प्रयागराज मुख्यालय से एलएमएल इंटर कॉलेज के केंद्र व्यवस्थापक पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। डीआईओएस ने वहां के केंद्र और वाह्य केंद्र व्यवस्थापक को हटाया था। इसके अलावा सभी अन्य मामलों में नोटिस-नाेटिस का ही खेल चल रहा है।





बोर्ड के निर्देश पर होगी कार्रवाई

परीक्षा के बाद जिन केंद्रों पर लापरवाही के मामले सामने आए हैं, उन सभी की रिपोर्ट बोर्ड को भेजी जाएगी। वहीं से कार्रवाई के निर्देश जारी होंगे। तभी एक्शन लिया जाएगा। -प्रदीप कुमार, परीक्षा प्रभारी