*हमारा विद्यालय हमारा स्वाभिमान* तब मनाया जाना चाहिए था जब सरकार मर्जर कर रही थी और प्रदेश के लगभग 27000 विद्यालय बंद हो रहे थे।
इन्हें भी कहना चाहिए था कि हमारा विद्यालय हमारा स्वाभिमान है इसे बंद करके हमारे स्वाभिमान पर चोट मत पहुंचाइये।
*अपने विद्यालयों के स्वाभिमान की रक्षा तो प्राथमिक शिक्षक संघ ने किया जो बंद हो रहे विद्यालयों में गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक किया, समस्त बंद हो रहे विद्यालयों के क्षेत्र के सांसदो विधायकों को पत्र देकर लोकसभा और विधानसभा में प्रश्न उठवाया और विद्यालयों को ना बंद होने देने के लिए संघर्ष हेतु प्रेरित किया और पूरे पदाधिकारियो ने संघर्ष किया। और सरकार को अपना निर्णय बदलने को मजबूर किया।*
*प्राथमिक शिक्षक संघ जिंदाबाद जिंदाबाद डॉ दिनेश चंद्र शर्मा जिंदाबाद जिंदाबाद*
~जब विद्यालय बंद हो रहे थे तब आप क्यों चुप बैठे थे तब क्या आपका विद्यालय आपका स्वाभिमान नहीं था?~
*पूछता है शिक्षक समाज?*