आजमगढ़। डीएम रविंद्र कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बेसिक शिक्षा एवं जिला अनुश्रवण समिति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। पंचायत चुनाव के दृष्टिगत सहायक अध्यापकों को बीएलओ बनाया जाना है, लेकिन इस कार्य में धीमी प्रगति पर डीएम ने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने बीएसए, एबीएसए को निर्देश दिया कि प्रत्येक दशा में बुधवार शाम तक जिन अध्यापकों की ड्यूटी बीएलओ के रूप में लगाई गई है, उन्हें ड्यूटी ऑर्डर प्राप्त करा दिया जाए। जो अध्यापक ड्यूटी ऑर्डर प्राप्त नहीं करेंगे, उनकी सूचना शाम तक उपलब्ध करा दें, जिससे उनके विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
निर्माण कार्यों की समीक्षा में डीएम ने कार्यदायी संस्था को छात्रावास, एकेडमिक ब्लॉक, कंप्यूटर लैब निर्माण, डॉरमेट्री व शौचालय आदि कार्याें को तेजी से पूर्ण कराने का निर्देश दिया। धनराशि जारी होने के बाद भी विद्युत संयोजन में प्रगति न होने पर नाराजगी व्यक्त किया। उन्होंने विद्युत संयोजन के कार्यों में तेजी लाने के लिए बीएसए को मुख्य अभियंता को पत्र भेजने का निर्देश दिया। विद्यालयों के ऊपर से गए हाई टेंशन तारों को भी हटाने का निर्देश दिया। इस मौके पर एडीएम प्रशासन राहुल विश्वकर्मा, डीसी मनरेगा रामउदरेज यादव, डीआईओएस उपेंद्र कुमार, बीएसए राजीव पाठक आदि मौजूद थे।
बीएलओ ड्यूटी को लेकर डीएम से मिला प्रतिनिधिमंडल
आजमगढ़। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र प्रताप सिंह केे नेतृत्व में मंगलवार को शिक्षकों का एक प्रतिनिधिमंडल डीएम से मिलकर पत्रक सौंपा। प्रतिनिधिमंडल ने पंचायत सामान्य निर्वाचन में मतदाता पुनरीक्षण के लिए शिक्षकों की बीएलओ के रूप में ड्यूटी न लगाने की मांग किया। जिलाध्यक्ष ने शिक्षा अधिकार अधिनियम में बीएलओ ड्यूटी से मुक्त करने और उच्च न्यायालय से प्राप्त निर्देशों का हवाला देते हुए शिक्षकों को बीएलओ ड्यूटी से मुक्त करने की मांग किया। जिलाधिकारी ने प्रतिनिधिमंडल की बात सुनने के बाद कहा कि शिक्षकों को बीएलओ की ड्यूटी से मुक्त करने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे कि शिक्षण कार्य पर कोई प्रभाव न पड़े। प्रतिनिधिमंडल में जिलामंत्री जितेंद्र कुमार राय, राजेंद्र यादव, अवधराज सिंह, अनिल कुमार सिंह, राकेश सिंह, प्रमोद लाल आदि मौजूद थे। संवाद