श्रावस्ती 50 से कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों के विलय होने के बाद खाली पड़े 32 स्कूल भवनों में आंगनबाड़ी केंद्र व बाल वाटिका का संचालन शुरू किया गया है। बीएसए अजय कुमार ने सात बाल वाटिकाओं, इनमें प्राथमिक विद्यालय द्वितीय, बनघुसरा, भिनुहनी, सुविखा, गोबार, रामनगर, भयपुरवा का भ्रमण किया। यहां वे खुद को बच्चों के बीच पाकर साथ खेलने से नहीं रोक पाए। उन्होंने बताया कि इन केंद्रों पर पांच से छह वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को खेल के माध्यम से शिक्षा दी जाएगी।
बीएसए ने बताया कि बच्चों के खेल-सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित कराई गई है। बाल वाटिका के संचालन पर शासन की ओर से विशेष जोर दिया जा रहा है। बाल वाटिका केंद्रों में बच्चों को पढ़ाने के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं तथा नवनियुक्त ईसीसीई (प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा) शिक्षकों को जिम्मेदारी दी गई है। इन केंद्रों पर बच्चों के लिए भविष्य में अनेक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। अन्य सामग्री की उपलब्धता भी इन केंद्रों पर सुनिश्चित कराई जाएगी। जिला समंवयक अजीत उपाध्याय, प्रतीश भी मौजूद रहे।

