गोंडा। सहायक अध्यापक से सिविल सर्विस की तैयारी कर बीएसए बने अतुल तिवारी इंटरव्यू में बेसिक शिक्षा में बड़े स्तर पर कार्य करने की बात कही और पहली तैनाती में भ्रष्टाचार के आरोपों से घिर गये। डीएम प्रियंका निरंजन व मंडलायुक्त शशी भूषण लाल सुशील की रिपोर्ट पर शासन ने गोंडा बीएसए को निलंबित कर दिया। इन पर अपने दायित्वों के निर्वहन में घोर लापरवाही बरतने की बात पायी गयी, इनकी जांच एडी बेसिक लखनउ को सौपी गयी है।
बीएसए गोंडा बाबुओं के मकड़जाल में फंस गये। मंडलायुक्त के यहां सहायक अध्यापक राहुल ने सोशन की शिकायत की। इसके अलावा स्कूलों को सुधारने की जगह नौ बजे चेकिंग कर सोशन की मशीन चल गयी। इससे बीएसए की साख शिक्षकों में खराब हुई। चर्चा में जन्मेजय, नीरज व रणधीर चौधरी रहे और ये सभी सुरक्षित है इनकी शिकायतों की जांच हुई, जांच में बरी हुए। कार्यालय आदेश में कहा गया कि कतिपय टेडर दाताओं से टेंडर के लिए दस लाख की वसूली करके उक्त टेडर की कैटरिंग में वेंडर दवारा बनाये गये स्पेशल कैटलाग पर बिड प्रकाशित की गयी। तकनीकी स्पेशीफिकेशन माक बिड से बिल्कुल भिन्न पाये जाने, एसओपी के विपरीत सामग्री क्रय किये जाने एवं जेम संबधित शासनादेशों का अनुपालन न करने, कार्यक्रमों के कार्यों को समयान्तर्गत न करने, समय-समय पर पर्यवेक्षण, निरीक्षण न करने, दायित्व के प्रति लापरवाही पर डीएम सीडीओ के निर्देशों का अनुपालन न किये जाने आरोपों के प्रथम दृष्टया पाया गया

