बीईओ का वेतन रोका, प्रधानाध्यापक का ट्रांसफर, दो पर विभागीय कार्रवाई: विद्यालय में ये मिलीं गड़बड़ी


शाहजहांपुर, डीएम उमेश प्रताप सिंह ने विकास खण्ड भावलखेड़ा के कम्पोजिट विद्यालय मऊ खालसा का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। विद्यालय में अत्यधिक अव्यवस्था तथा शिक्षा का निम्न स्तर पाये जाने पर जिलाधिकारी ने सख्त नाराजगी जाहिर की। डीएम ने बीईओ का वेतन रोकने, उनका जवाब तलब किया। प्रधानाध्यापक का ट्रांसफर करने और दो शिक्षकों पर विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए। प्रधान और सचिव का भी जवाब तलब किया।


विद्यालय में ये मिलीं गड़बड़ी

डीएम को निरीक्षण के दौरान बच्चे विद्यालय परिसर में खेलते हुए पाये गये, कई कक्षायें संचालित ही नहीं थी।

बच्चों के अंग्रेजी व गणित की शिक्षा का स्तर निम्न पाया गया।

बच्चे अंग्रेजी की पुस्तकें ठीक प्रकार से नहीं पढ़ सके।

विद्यालय का फर्नीचर, बेंच आदि टूटे अथवा अव्यवस्थित मिले।

क्यों और किस पर कार्रवाई

स्कूल में अव्यवस्था मिलने पर बीईओ भावलखेड़ा विनय कुमार मिश्रा का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोकते हुए जवाब तलब करने का निर्देश दिया।

कम्पोजिट विद्यालय के प्रधानाध्यापक सतेंद्र पाल सिंह द्वारा अपने कार्यदायित्वों में लापरवाही पाये जाने पर कार्यवाही के साथ कलान स्थानान्तरण के निर्देश हुए।

बच्चों के शिक्षा का स्तर संतोषजनक न पाये जाने पर अध्यापिका अहमदी महजवी फातिमा एवं सुवोही महबूब के विरूद्ध विभागीय कार्रवाई के निर्देश।

लंबे समय से एक ही स्कूल में तैनात शिक्षक चिन्हित होंगे

डीएम ने बीएसए को निर्देशित किया कि लंबे समय से एक ही विद्यालय में तैनात तथा कार्यों में लापरवाही करने वाले ऐसे शिक्षको को चिन्हित किया। उनका स्थानान्तरण कर विभागीय कार्रवाई की जाए।

अन्य शिक्षिकाओं को चेतावनी

डीएम ने अन्य शिक्षिकाओं को भी चेतावनी देते हुए निर्देश दिये कि बच्चों को पूर्ण गुणवत्ता के साथ शिक्षा प्रदान करें। शिक्षा के साथ बच्चों को अनुशासन भी सिखाएं। जिलाधिकारी ने विद्यालय में बच्चों को दिए जाने वाले मिड डे मिल की गुणवत्ता को चेक करते हुए निर्देशित किया कि बच्चों को प्रतिदिन निर्धारित मेन्यू के अनुसार ही भोजन उपलब्ध कराया जाये।

आपरेशन कायाकल्प में हुए कार्यों की गुणवत्ता खराब

आपरेशन कायाकल्प के कार्यों की खराब गुणवत्ता पाये जाने पर जिलाधिकारी ने प्रधान एवं सचिव का जवाब तलब करने के लिए निर्देशित किया। विद्यालय के विभिन्न कक्षों में ब्लैक बोर्ड खराब मिलने पर तत्काल ठीक कराये जाने को भी निर्देशित किया।