11 मदरसों ने मान्यता रद करने को कहा


बहराइच : नेपाल सीमा से सटे 11 मदरसों का बंद होना लगभग तय हो है। मदरसा संचालकों ने अल्पसंख्यक विभाग को मदरसे बंद करने व मान्यता निरस्त करने का पत्र सौंप दिया है। पत्र मिलने के बाद महकमे ने आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। अब अंतिम निर्णय मदरसा बोर्ड को लेना है।


जिले में मदरसा शिक्षा परिषद लखनऊ की ओर से मान्यता लिए जाने के बाद 300 से अधिक मदरसों का संचालन किया जा रहा था। इनमें विभिन्न व्यवस्थाओं और छात्र संख्या को आनलाइन किए जाने के लिए यू-डायस प्लस पोर्टल की व्यवस्था लागू की गई थी। आठ बार पत्र जारी करने के बाद भी 17 मदरसों ने छात्र संख्या नहीं दर्ज की थी। इसे लेकर अंतिम चेतावनी जारी की गई थी। 23 जुलाई तक मदरसों की सूचना मांगी गई थी।
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी संजय मिश्र ने बताया कि चित्तौरा के मदरसा अरबिया हनीफा हिदातुल उलूम, मदरसा सर सैय्यद एए एजूकेशनल सोसाइटी, बलहा के मदरसा जोहरा बेगम निसवा, रिसिया के मदरसा असरार जेडी उलूम, मदरसा इस्लामिया गुलशने कदरिया, मदरसा रहमतुल उलूम, मदरसा सिदीकिया खैरुल उलूम, जरवल के मदरसा आयशा इस्लामिक इकरा स्कूल, तेजवापुर के मदरसा अरबिया जियाउल उलूम लिलबनात बाबुल उलूम और नगर क्षेत्र के मदरसा अलहिंद जामिया अरबिया महमूदिया उलूम के संचालकों ने मान्यता प्रत्याहरण के लिए पत्र दिया है। इन मदरसों की मान्यता समाप्त किए जाने के संबंध में आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।