राजधानी में रहकर शिक्षण कार्य कर रही शिक्षिकाएं शिक्षा को कर रही बेपटरी


बिसवां/सीतापुर। सूबे की सरकार बेसिक शिक्षा को लेकर बहुत ही संजीदा है। नित नए प्रयोग किए जा रहे है। लगातार अधिकारियों को निरीक्षण के निर्देश दिए जा रहे है पर राजधानी में बैठकर 120 किमी का सफर तय करके स्कूल पहुंचने वाली शिक्षिकाओं के आगे अधिकारी भी बेबस दिख रहे है।



इस समय परिषदीय स्कूल का समय 8 से 2 है। 7.45 तक सभी को पहुंचना चाहिए परंतु रेउसा, सकरन तक की यात्रा कराने वाली वैनों को 8 बजे बिसवा चौराहे से गुजरते देखा जा सकता है।


इनकी वापसी भी एक बजे से शुरू हो जाती है, निश्चित रूप से 50 से 70 हजार तक पाने वाली यह शिक्षिकाओं द्वारा बच्चो के भविष्य से मजाक किया जा रहा हैं। यदि महिला कहकर इस कृत्य को अंजाम देने वाली शिक्षिकाओं को यह कहा जाए महिला होने के कारण ऐसा होना स्वाभाविक है।



इस जानकारी से जिले के शिक्षा विभाग के मुखिया अखिलेश प्रताप सिंह व खंड शिक्षा अधिकारी शिवमंगल वर्मा भी काफी संजीदा नजर आ रहे है । शिक्षको को समय से उपस्थित होने के लिए उन्होंने अब सख्त रवैया अपनाना प्रारंभ कर दिया है। उनका उद्देश्य समय से अध्यापक विद्यालयों में उपस्थित हो निरीक्षण के दौरान अगर ऐसा मिलता है तो शिक्षको पर सख्त कार्यवाही होना तय है।