ऑनलाइन व्यवस्थाओं को प्रभावी बनाने की अनिवार्यता से नाराज बेसिक शिक्षकों ने विरोध किया शुरू


 अंबेडकरनगर। बिना संसाधन उपलब्ध कराए ऑनलाइन व्यवस्थाओं को प्रभावी बनाने की अनिवार्यता से नाराज बेसिक शिक्षकों ने शुक्रवार से सभी परिषदीय स्कूलों में काली पट्टी बांधकर विरोध शुरू कर दिया है। कहा है कि यदि मांगें न मानी गईं तो 11 मार्च को कार्य बहिष्कार कर बीएसए कार्यालय का घेराव होगा। शुक्रवार को मांगों को लेकर शिक्षकों ने अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपा।




जूनियर व प्राथमिक शिक्षकों के प्रांतीय संगठन के आह्वान पर परिषदीय स्कूलों के शिक्षक ने बिना संसाधनों को उपलब्ध कराए जबरन डिजिटाइजेशन को लेकर विरोध तेज कर दिया है। शुक्रवार एक मार्च से स्कूलों में हाथ पर काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य शुरू किया। पांच मार्च तक इसी तरह शिक्षक विरोध प्रकट करेंगे।

शिक्षकों का कहना है कि विभागीय आईडी से उन्हें नया सिम व इंटरनेट की सुविधा पहले उपलब्ध कराई जाए। सभी शिक्षकों के भविष्य निधि का खाता ऑनलाइन हो। वर्षों से लंबित पदोन्नति अविलंब पूरी की जाए। शिक्षकों को सभी तरह के गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त किया जाए। छात्रों के अनुपात में शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी हो। सभी पात्र शिक्षकों को प्रोन्नति वेतनमान दिया जाए। शिक्षामित्रों व अनुदेशकों के मानदेय में सम्माजनक वृद्धि हो। इसी तरह कई अन्य मांगें भी शामिल की गईं।

इस बीच उत्तर प्रदेश जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष राघवेंद्र शुक्ल के साथ महामी अनिल कुमार वर्मा, अरुण कुमार सिंह, अरविंद कुमार व गोपाल तिवारी आदि ने बीएसए कार्यालय पहुंचकर बीएसए को ज्ञापन सौंपा।