अमेठी सिटी। प्री प्राइमरी शिक्षा के तहत जिले के सभी 1,200 बाल वाटिका या को-लोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों वाले विद्यालयों में कम्युनिटी अभियान सुनहरी शुरुआत का संचालन हो रहा है। इसके माध्यम से प्री-प्राइमरी शिक्षा को नई उड़ान मिलेगी।
अभियान के तहत तीन से छह वर्ष के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण पूर्व प्राथमिक शिक्षा से जोड़ना है। इसके माध्यम से अधिक से अधिक बच्चों को बाल वाटिका से जोड़कर प्रारंभिक अवस्था में ही उनकी शिक्षा की नींव को मजबूत करना है।
बाल वाटिका में बच्चों को आकर्षित करने के लिए खेल, चित्रकला, कहानी, गीत व अन्य रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से पढ़ाया जाएगा। इन गतिविधियों के माध्यम से बच्चों को सीखने को प्रेरित किया जा रहा है।
वहीं, निपुण भारत मिशन के तहत स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम में कक्षा एक से नए पंजीकृत बच्चों को औपचारिक शिक्षा के लिए मानसिक रूप से तैयार किया जाएगा। बीएसए की ओर से सभी बीईओ, जिला समन्वयक प्रशिक्षण व नोडल एसआरजी को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
डीसी अभिनव पांडेय ने बताया कि इसके माध्यम से बच्चों का नामांकन बढ़ाया जाएगा। कहा कि जिले के 732 विद्यालयों में लर्निंग जोन व वंडर बॉक्स स्थापित किए गए हैं।
वहीं, बच्चों के खेलने के लिए पिछले दो वर्षों में 150 झूले लगाए गए हैं। साथ ही 884 विद्यालयों में प्रत्येक सप्ताह माता उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।