कितने स्मार्ट हैं परिषदीय शिक्षक, यह जांचने के लिए होगी परीक्षा


कितने स्मार्ट हैं शिक्षक, यह जांचने के लिए होगी परीक्षा

परिषदीय विद्यालयों की स्मार्ट कक्षाओं में बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षक कितने स्मार्ट हैं, यह जांचने के लिए दिसंबर में संबंधित शिक्षकों की परीक्षा राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र में होगी। इसमें श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा।


इस परीक्षा में शामिल होने के लिए शिक्षक 6 से 11 दिसंबर के बीच अपनी प्रविष्टियां भेज सकेंगे। प्रशस्ति-पत्र प्रदान करने के लिए पात्र शिक्षकों का चयन जनपद स्तर पर गठित कमेटी करेगी। इसमें डायट प्रवक्ता, एसआरपी गाजीपुर, एआरपी, स्टेट पार्टनर शिव नाडर फाउंडेशन और पिरामल शिक्षा गाजीपुर शामिल हैं। परीक्षा में प्रतिभागियों को फाइल का नाम लिखने और टैगिंग पर चार-चार अंक दिए जाएंगे। रिकार्डिंग पर दो और आवाज व कक्षा में छात्रों की बैठक व्यवस्था पर पांच-पांच अंक प्रदान किए जाएंगे। स्मार्ट बोर्ड के प्रयोग, शिक्षण कौशल व अधिगम संप्राप्ति पर दस-दस अंक प्रदान किए जाएंगे। परीक्षा परिणाम 22 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे। जिले के कुल 735 विद्यालयों में स्मार्ट कक्षाएं चल रही हैं। इन विद्यालयों में शिक्षकों के बीच डिजिटल शिक्षण को प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र की ओर से आईसीसी के माध्यम से शिक्षण प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। इसमें शिक्षक अपने विद्यालय के स्मार्ट क्लास में किसी भी कक्षा के छात्रों को पूरी तैयारी के साथ दस मिनट तक पढ़ाएंगे। इसकी रिकार्डिंग कर उसे यू ट्यूब चैनल पर निर्धारित प्रारूप के आधार पर रखकर भेजी जाएगी

विभागीय अधिकारियों की मानें तो शिक्षण गतिविधि की रिकार्डिंग कक्षा में पीछे से इस प्रकार की जाएगी कि स्मार्ट बोर्ड की गतिविधियों के साथ आगे की पंक्तियों में बैठे छात्रों की गतिविधियां भी पीछे से दिखाई दे। अंतिम रूप से अपनी प्रविष्टियां भेजने के लिए जिले की एनआईसी की अधिकृत वेबसाइट के डिजिटल एजुकेशन टैब पर उपलब्ध फार्म लिंक का उपयोग करना होगा।

जिला प्रशासन और एनआईसी की ओर से संयुक्त रूप से शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। शिक्षकों की प्रतिभा का आंकलन और उसमें गुणात्मक सुधार हो। इस मकसद से प्रतियोगिता कराई जा रही है।- हेमंत राव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, गाजीपुर।