केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए 8वां वेतन आयोग एक महत्वपूर्ण विषय बना हुआ है। 1 जनवरी, 2026 से लागू होने वाले इस आयोग की सिफारिशों का सभी को बेसब्री से इंतजार है। इस लेख में, हम विशेष रूप से लेवल-1 के कर्मचारियों (जिनका ग्रेड पे 1800 रुपये है) के लिए संभावित वेतन संरचना पर ध्यान केंद्रित करेंगे, जिसमें बेसिक पे, फिटमेंट फैक्टर, HRA (हाउस रेंट अलाउंस), TA (ट्रांसपोर्ट अलाउंस) और संभावित नेट सैलरी शामिल है।
8वें वेतन आयोग में संभावित वेतन संरचना
हालांकि 8वें वेतन आयोग की आधिकारिक सिफारिशें अभी आनी बाकी हैं, विभिन्न विशेषज्ञों और मीडिया रिपोर्टों के आधार पर कुछ संभावित परिदृश्य सामने आए हैं। इनमें सबसे महत्वपूर्ण है फिटमेंट फैक्टर, जो वर्तमान बेसिक पे को गुणा करके नए बेसिक पे का निर्धारण करेगा।
विभिन्न संभावित फिटमेंट फैक्टर इस प्रकार हैं:
* 1.92: यदि यह फिटमेंट फैक्टर लागू होता है, तो लेवल-1 के कर्मचारियों (जिनका वर्तमान बेसिक पे 18,000 रुपये है) का नया बेसिक पे लगभग 34,560 रुपये (18,000 \times 1.92) हो सकता है।
* 2.08: इस फिटमेंट फैक्टर के साथ, नया बेसिक पे लगभग 37,440 रुपये (18,000 \times 2.08) हो सकता है।
* 2.86: यदि सरकार कर्मचारियों की मांग को स्वीकार करती है, तो इस फिटमेंट फैक्टर के अनुसार बेसिक पे बढ़कर लगभग 51,480 रुपये (18,000 \times 2.86) तक जा सकता है।
अन्य भत्ते (Allowances):
बेसिक पे के अलावा, कर्मचारियों को विभिन्न अन्य भत्ते भी मिलते हैं, जिनमें HRA और TA प्रमुख हैं। 8वें वेतन आयोग में इन भत्तों में भी बदलाव की संभावना है।
* HRA (हाउस रेंट अलाउंस): HRA कर्मचारियों के शहर के वर्गीकरण (X, Y, और Z श्रेणी) के आधार पर दिया जाता है। वर्तमान में, यह बेसिक पे का क्रमशः 27%, 18% और 9% तक हो सकता है। 8वें वेतन आयोग में, इन दरों में संशोधन हो सकता है। उदाहरण के लिए, कुछ रिपोर्टों में Y श्रेणी के शहरों के लिए HRA 16% तक माने जाने की संभावना है।
* TA (ट्रांसपोर्ट अलाउंस): TA कर्मचारियों के पे लेवल और उनके शहर के आधार पर निर्धारित होता है। 8वें वेतन आयोग में TA की दरों में भी बदलाव आ सकता है।
नेट सैलरी की गणना (Net Salary Calculation):
एक कर्मचारी की नेट सैलरी की गणना बेसिक पे, विभिन्न भत्तों (HRA, TA, DA आदि) को मिलाकर और फिर कुछ कटौतियों (जैसे NPS और CGHS योगदान) को घटाकर की जाती है।
लेवल-1 के कर्मचारी के लिए एक संभावित उदाहरण (केवल सांकेतिक):
* बेसिक पे (अनुमानित फिटमेंट फैक्टर 1.92 के साथ): ₹34,560
* HRA (Y श्रेणी के शहर के लिए 16%): ₹5,529.60 (34,560 \times 0.16)
* TA (उदाहरण के लिए): ₹1,800 + DA (DA को अभी शून्य माना जा रहा है क्योंकि 8वें वेतन आयोग के लागू होने पर इसे बेसिक पे में मर्ज किया जा सकता है)
* सकल वेतन (Gross Salary): ₹34,560 + ₹5,529.60 + ₹1,800 = ₹41,889.60
* कटौतियां (NPS, CGHS आदि - केवल उदाहरण के लिए): ₹2,000 (परिवर्तनशील)
* नेट सैलरी (Net Salary): ₹41,889.60 - ₹2,000 = ₹39,889.60 (लगभग)
महत्वपूर्ण बातें:
* यह गणना केवल एक उदाहरण है और वास्तविक नेट सैलरी 8वें वेतन आयोग की आधिकारिक सिफारिशों और लागू नियमों के अनुसार अलग हो सकती है।
* फिटमेंट फैक्टर और विभिन्न भत्तों की दरों पर सरकार का अंतिम निर्णय आना बाकी है।
* DA (महंगाई भत्ता) को 8वें वेतन आयोग के लागू होने पर बेसिक पे में मर्ज किए जाने की संभावना है, जिसके बाद यह अलग से शून्य हो जाएगा।
8वें वेतन आयोग पर नवीनतम अपडेट:
8वें वेतन आयोग का गठन 16 जनवरी, 2025 को किया गया था और इसकी सिफारिशें 1 जनवरी, 2026 से लागू होने की उम्मीद है। आयोग में 40 सदस्यों की नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है। पूर्व वित्त सचिव सुभाष गर्ग ने हाल ही में कहा था कि कर्मचारियों द्वारा मांगा जा रहा 2.86 का फिटमेंट फैक्टर बहुत अधिक है और यह 1.92 के आसपास हो सकता है। हालांकि, इस पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
कर्मचारी संगठन उच्च फिटमेंट फैक्टर की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार वित्तीय बोझ को ध्यान में रखते हुए इस पर विचार करेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि वेतन में वास्तविक वृद्धि फिटमेंट फैक्टर के अलावा महंगाई और अन्य आर्थिक कारकों पर भी निर्भर करेगी।
केंद्र सरकार के लगभग 50 लाख कर्मचारियों और 65 लाख पेंशनभोगियों को इस आयोग की सिफारिशों का इंतजार है, जो उनकी भविष्य की सैलरी और पेंशन को निर्धारित करेगा।