लखनऊ : प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में मंगलवार से शैक्षणिक सत्र की शुरुआत एक उत्सव की तरह हुई। विद्यालयों में बच्चों का स्वागत तिलक, फूल, मिठाई और हलवे से हुआ। कई जिलों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से स्कूलों को उत्सव स्थल जैसा रूप दिया गया। इसके साथ ही 'हर बच्चा स्कूल पहुंचे, कोई न छूटे' के लक्ष्य के साथ स्कूल चलो अभियान के दूसरे चरण को भी आगे बढ़ाया गया। हालांकि पहले दिन विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति कम दिखी।
लखीमपुर खीरी, वाराणसी, अंबेडकरनगर, उन्नाव, सुलतानपुर,
जौनपुर समेत प्रदेश के सभी कस्तूबा गांधी बालिका विद्यालयों में बालिकाओं का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। कई जिलों में बच्चों को स्टेशनरी वितरित की गई, रैली निकाली गई।
स्कूल खुले, तबादले में उलझे शिक्षकः प्रदेश के एडेड माध्यमिक विद्यालयों में गर्मी की छुट्टियों के बाद मंगलवार से पढ़ाई शुरू हो चुकी है, लेकिन सैकड़ों शिक्षक अब भी
तबादले की प्रक्रिया में उलझे हुए हैं। इसका सीधा असर स्कूलों में पढ़ाई-लिखाई पर पड़ना तय है। कई स्कूलों में विषयवार शिक्षकों की कमी है। अब शिक्षक पढ़ाने की जगह आंदोलन की तैयारी में हैं। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने एडेड कालेजों में आनलाइन तबादले के लिए आवेदन करने वाले शिक्षकों की सूची 27 जून को तो जारी कर दी, लेकिन सूची में चयनित करीब 360 शिक्षकों में से आधे अभी तक पुराने विद्यालय से कार्यमुक्त नहीं हो पाए हैं। वजह जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआइओएस) की ओर से कार्यमुक्ति आदेश जारी नहीं किया गया है।