माध्यमिक स्कूलों में विद्यार्थियों और शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी व्यवस्था का पहला दिन तकनीकी अड़चनों की भेंट चढ़ गया। एक जुलाई से सभी विद्यालयों में छात्र-छात्राओं और शिक्षकों की उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज करना अनिवार्य किया गया है, लेकिन पहले ही दिन अधिकतर स्कूलों में यह प्रणाली ठीक से काम नहीं कर सकी।
शहर और ग्रामीण क्षेत्र के कई विद्यालयों में नेटवर्क की समस्या, पोर्टल के स्लो होने और लॉगिन फेलियर के कारण शिक्षकों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। कुछ स्कूलों में तो घंटों इंतजार के बाद भी पोर्टल नहीं खुला।
शहर के एंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज में तकनीकी समस्या देखने को मिली। प्रधानाचार्य स्वास्तिक बोस ने बताया कि शिक्षकों की तो ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज हो गई लेकिन छात्रों की उपस्थति दर्ज करने में तकनीकी समस्या आ रही है। वहीं, राजकीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि 29 जून से पीसीएस मेंस की परीक्षा चल रही है। शिक्षकों की किसी तरह ऑनलाइन हाजिरी लगी है। इसी प्रकार जीजीआईसी की प्रधानाचार्य नीलम मिश्र ने बताया कि कॉलेज में पीसीएस की परीक्षा चल रही है।
सर्वर फेल, विद्यार्थी नहीं दर्ज कर सके उपस्थिति
फूलपुर नगर पंचायत के गोमती इंटर कॉलेज में शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति तो किसी तरह लगा दी गई लेकिन सर्वर धीमा होने की वजह से विद्यार्थियों की हाजिरी नहीं लग सकी। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज फूलपुर में कम्प्यूटर और व्यक्तिगत मोबाइल से प्रयास करने के बावजूद डिजिटल हाजिरी नहीं लग सकी। यहां भी सिस्टम काम नहीं कर सका। मैलहन के आदर्श इंटर कॉलेज व सीआरएम गर्ल्स इंटर कॉलेज में छात्र-छात्राओं और शिक्षकों की हाजिरी डिजिटल रूप से लगाने में सफलता हासिल कर ली।
कई स्कूलों में हुआ फीडिंग का काम
जसरा के श्री ईश्वरदीन छेदीलाल इंटर कॉलेज में ऑनलाइन हाजिरी के लिए विद्यालय के शिक्षणेत्तर कर्मचारी लैपटॉप में फीडिंग कर रहे थे। विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. योगेन्द्र सिंह ने बताया कि बच्चों का नाम फीड किया जा रहा है, जैसे ही फीडिंग का काम पूरा हो जाएगा वैसे ही ऑनलाइन उपस्थिति शुरू हो जाएगी। वहीं, लालचंद्र इंटर कॉलेज जसरा के कार्यवाहक प्रधानाचार्य राजेन्द्र राम ने बताया कि अभी इस संबंध में कोई जानकारी नहीं मिली है। जैसे ही जानकारी दी जाएगी, ऑनलाइन उपस्थित कराई जाएगी।