प्रतापगढ़ : सेवा के अंतिम पड़ाव में परिषदीय स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) देनी होगी। सुप्रीम कोर्ट के शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करने संबंधी आदेश का असर बेल्हा के 3150 शिक्षकों पर पड़ेगा। इसमें वर्ष 2011 से पहले परिषदीय स्कूलों में तैनात शिक्षकों को शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करनी होगी।
सुप्रीम कोर्ट ने प्राथमिक और जूनियर कक्षाओं को पढ़ाने वाले शिक्षकों के बारे में
फैसला लिया है कि इन शिक्षकों को दो साल में टीईटी पास करनी होगी। ऐसा न करने पर उनकी नौकरी चली जाएगी। शीर्ष अदालत का यह फैसला पूरे देश में लागू हो गया है। इनमें जिन शिक्षकों की
नौकरी पांच साल से अधिक बची है, उन्हें भी टीईटी करना होगा। जिले में वर्ष 1995 में 350, 1999 में 400, 2004 में 700, 2009 में 900 तथा 2010 में 800 शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी। वर्ष 2011 के पूर्व जिले में कुल 3150 शिक्षकों की नियुक्ति परिषदीय स्कूलों में हुई थी। बीएसए भूपेंद्र सिंह का कहना है इस संबंध में अभी शासन का कोई आदेश नहीं आया है। शासन का जैसा आदेश होगा, उसके अनुसार कार्य किया जाएगा।