'राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020
ने आंगनवाड़ी से लेकर विश्वविद्यालय स्तर तक की शिक्षा का मानकीकरण किया है। भारत सरकार का विशेष ध्यान प्रौद्योगिकी संचालित विकास पर है। पिछले 11 वर्ष की योजनाओं ने यह सुनिश्चित किया है कि शिक्षा का भविष्य बहुत अच्छा हो।' यह विचार लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. एसपी सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि रखे। वह केंद्रीय संचार ब्यूरो (सीबीसी) की ओर से डा. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में आयोजित पांच दिवसीय मल्टीमीडिया प्रदर्शनी में उपस्थित रहे। 'शिक्षा में प्रगति एवं
विकास' विषय पर सीबीसी के निदेशक मनोज कुमार वर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया। विशिष्ट अतिथि शिक्षाविद् डा. सर्वंद्र विक्रम बहादुर सिंह ने कहा कि एनईपी की बहु-विषयक और लचीली पाठ्यक्रम संरचना छात्रों को उनकी रुचि के अनुसार विषय चुनने के लिए सशक्त बनाती है। प्रधानमंत्री विद्यालक्ष्मी जैसी योजनाओं ने लोगों को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ावा दिया है। इग्नू के उप निदेशक डा. कीर्ति विक्रम सिंह ने कहा, "युवाओं के लिए यह आवश्यक है कि वे सर्वप्रथम अपने लक्ष्य का निर्धारण करें, फिर उस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए उचित मार्ग का चयन करें।"