बहराइच। परिषदीय और माध्यमिक विद्यालयों के अध्यापक अब अपनी मूल तैनाती पर ही रहेंगे। यदि किसी की कहीं संबद्धता दिखाई गई है तो उसकी संबद्धता निरस्त होगी। अपर मुख्य सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा के इस आदेश के आने के बाद विद्यालयों के शिक्षकों में खलबली मची हुई है, क्योंकि जिले के परिषदीय स्कूलों की शिक्षकों पर अच्छी-खासी प्रभावी होगी।
जिले में बहुत से ऐसे अध्यापक हैं, जिनकी तैनाती जिला मुख्यालय से सटे किसी दूर माध्यमिक या परिषदीय विद्यालय में है। लेकिन वह खुद का जिला मुख्यालय या ब्लॉक में बैठकर संबंध के कारण अपना काम कर रहे हैं। शिक्षकों की संख्या जिले में लगभग 150 के आसपास है। इस आदेश के बाद संबंध पर काम कर रहे शिक्षक सकते में हैं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आशाराम सिंह का कहना है कि पार्थ सारथी सेन शर्मा का आदेश जारी हुआ है। उन्होंने कहा कि अवकाश के बाद सभी ब्लॉकों के खंड शिक्षा अधिकारियों से इस मामले में रिपोर्ट मँगाई जायेगी। रिपोर्ट मिलने के बाद टाटा सम्बन्ध खत्म करने की कार्रवाई की जाएगी।
जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ और प्राथमिक विद्यालय शिक्षक संघ ने पदाधिकारियों ने मांग उठाई थी कि अध्यापकों से शिक्षकों के अतिरिक्त और कोई काम न लिया जाये।
इस मामले को लेकर पिछली बैठक में चर्चा भी हुई। अब इस नए आदेश के बाद शिक्षक अपने मूल तैनाती स्थल पर जाएंगे या फिर कोई विकल्प निकलेगा। इसका दीपावली के अवकाश के बाद कार्यालय खुलने में पता चलेगा।

