नाराज शिक्षकों ने नहीं अपनाई रियल टाइम उपस्थिति की व्यवस्था


नाराज शिक्षकों ने नहीं अपनाई रियल टाइम उपस्थिति की व्यवस्था




बरेली। जिले में रियल टाइम उपस्थिति और टैबलेट के जरिए डिजिटल पंजिका में लेखा-जोखा की व्यवस्था पहले दिन ही विवादों में फंस गई। शिक्षकों ने व्यवस्था का विरोध करके इसे लागू करने से इंकार कर दिया। किसी भी स्कूल में व्यवस्था के तहत बदलाव नहीं किए गए। शासन की ओर से प्रदेश भर में व्यवस्था लागू किए जाने के लिए जारी निर्देशों के तहत बीएसए ने शिक्षकों को इसके लिए निर्देश दिए थे।






विरोध कर रहे शिक्षकों ने टैबलेट के जरिए ऑनलाइन व्यवस्था पर काम करने के लिए नए सिम कार्ड की मांग की। निजी सिम से टैबलेट ऑपरेट करने का सख्त विरोध किया। बिना सिम के टैबलेट के जरिए डिजिटल पंजिका और उपस्थिति दर्ज करने को निजता से जोड़ते ऐसा न करने की बात कही। बीएसए संजय सिंह ने बताया कि व्यवस्था आज से शुरू की जानी थी लेकिन कुछ दिक्कतों से चलते प्रभावित रही। जल्द ही इसे शुरू किया जाएगा।




शिक्षक संगठनों ने जताया विरोध-

उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के सदस्यों ने बीएसए को ज्ञापन सौंपकर विरोध जताया। शिक्षकों की ओर से व्यवस्था लागू किए जाने के लिए उठाई जा रही मांगों का भी जिक्र किया। जिलाध्यक्ष नरेश गंगवार ने कहा कि यह व्यवस्था शिक्षकों के लिए समस्या खड़ी करेगी। इसके लिए शिक्षकों पर दबाव बनाया जाना न्यायोचित नहीं है। संगठन की ओर से अन्य सदस्यों ने भी अपना पक्ष रखा।



उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के प्रतिनिधि मंडल ने बृहस्पतिवार को शिक्षा महानिदेशक कंचन वर्मा से मिलकर उन्हें रियल टाइम उपस्थिति में आने वाली शिक्षकों की समस्याओं के बारे में बताया। व्यवस्थाओं को लागू करने के लिए सीयूजी सिम की मांग की। संगठन की ओर से गणेश कुमार ने सचिव प्रताप सिंह बघेल से भी मुलाकात की। शिक्षकों की पदोन्नति, उपार्जित अवकाश समेत अन्य मुद्दों पर भी बात की