लखनऊ, आलमबाग के गढ़ी कनौरा में रेलवे के आरपीएसएफ से सेवानिवृत्त हेड कांस्टेबल पिता और बुजुर्ग मां का कत्ल शिक्षिका पूनम के पति ने उनकी आंखों के सामने ही कर दिया। असहाय पूनम हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाकर माता-पिता के जीवन की भीख मांगती रहीं पर आरोपित उनकी उम्मीदों का कत्ल करता रहा। पूनम के लिए उनके माता-पिता ही उम्मीद थे। कई बार वह बचाने के लिए दौड़ीं। पति जगदीप का हाथ रोका पर वह उन्हें धक्का देकर गिरा देता था। देखते ही देखते जगदीप ने दोनों को चाकू से गोद डाला।
पूनम ने बताया कि वह रात करीब 9:30 बजे घर पर थी। तभी एकाएक दरवाजे पर दस्तक हुई। दरवाजा खोला तो नशे में धुत जगदीप खड़ा था। विवाद शुरू हो गया। उसने धक्का दिया और अंदर आ गया। मारपीट करने लगा। शोर सुनकर मम्मी-पापा बचाव में दौड़े तो उन्हें धक्का देकर गिरा दिया और बैग से चाकू निकाल कर ताबड़तोड़ उन पर प्रहार करने लगा। जगदीप को रोकने के लिए दौड़ी तो उसने धक्का दे दिया और फिर मम्मी-पापा पर चाकू से प्रहार करने लगा। पूनम ने बताया कि मम्मी-पापा चीख रहे थे पर उनकी मदद करने वाला कोई नहीं था।
बाहर की ओर भागी तो जगदीप ने पकड़ लिया। दरवाजा बंद कर कमरे में धक्का दे दिया। मम्मी-पापा खून से लथपथ हालत में पड़े थे। इसके बाद जगदीप दरवाजे पर पहुंचा और भागने लगा। उन्होंने शोर मचाया तो मोहल्ले वाले दौड़े और उसे पकड़ लिया। उधर, वह भाग कर मम्मी पापा के पास पहुंचीं तो उनकी सांसें थम रही थीं। मोहल्ले वालों की मदद से आनन फानन अस्पताल लेकर दोनों को गई। वहां डॉक्टरों ने उनकी मौत की पुष्टि कर दी। पूनम ने बताया कि उनके मम्मी-पापा ही उनकी उम्मीद बचे थे। अब वह भी इस दुनिया में नहीं हैं। अब बेटे के सहारे ही सारा जीवन काट देंगी।
पांच साल से परेशान कर रहा था जगदीप
पूनम ने बताया कि आए दिन जगदीप ससुराल में मारपीट करता था। वह रोज नशे में घर आता और विवाद करता था। काफी समझाने का प्रयास किया पर उस पर कोई फर्क नहीं पड़ा। आए दिन विवाद और मारपीट होती थी। इससे तंग आ गई थी। पांच साल से वह कुछ ज्यादा ही परेशान कर रहा था। इस लिए अप्रैल माह से मायके में आकर रहने लगी थी। वह आए दिन फोन करके भी धमकी देता था।