17 October 2025

BEO सर दीपावली पर सैलरी दिला दीजिए...लिखकर टीचर ने खाया जहर:साथी गोद में उठाकर भागे, अफसर ने रोका है वेतन

 दीपावली पर सैलरी दिला दीजिए...लिखकर टीचर ने खाया जहर:साथी गोद में उठाकर भागे; सिद्धार्थनगर में अफसर ने रोका है वेतन

 सिद्धार्थनगर



सिद्धार्थनगर में एक सरकारी शिक्षक ने खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) की प्रताड़ना से तंग आकर जहर खा लिया। उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी स्थिति नाजुक बनी हुई है।


शिक्षक ने बीईओ पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनके साथ हुई वॉट्सऐप चैट सार्वजनिक करते हुए कहा- पिछले कई महीनों से इटवा के खंड शिक्षा अधिकारी उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं। दो महीने की सैलरी रोक रखी है। कई बार उच्च अधिकारियों से शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई।


शिक्षक के साथियों ने बताया- वेतन रोके जाने के कारण पिछले काफी दिनों से आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। इसी के चलते बुधवार रात 8 बजे उन्होंने जहर खा लिया। मामला इटवा कोतवाली क्षेत्र का है।

पूरा मामला सिद्धार्थनगर के इटवा विकासखंड का है। यहां के प्राथमिक विद्यालय भदोखर भदोखरी में शिक्षक शौकेंद्र गौतम 3 सितंबर, 2016 से तैनात हैं। बुधवार रात खंड शिक्षा अधिकारी की प्रताड़ना से तंग आकर उन्होंने जहर खा लिया। वह गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं। उनके परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं, जो बागपत में रहते हैं। शौकेंद्र किराए के कमरे में सिद्धार्थनगर में अपने साथियों के साथ रहते हैं।


खंड शिक्षा अधिकारी पर आरोप है कि वह उन्हें भनवापुर, डुमरियागंज और इटवा बुलाकर रजिस्टर, बच्चों के आधार कार्ड और ऑनलाइन कार्यों को लेकर अनावश्यक दबाव डाल रहे थे। साथ ही उनके साथ जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करने के गंभीर आरोप हैं।


घटना की सूचना मिलते ही बेसिक शिक्षा अधिकारी शैलेश कुमार स्वयं मेडिकल कॉलेज पहुंचे। उन्होंने बताया कि शिक्षक की स्थिति गंभीर है। उन्होंने कहा, “जब शिक्षक बोलने की स्थिति में आएंगे, उनका बयान लिया जाएगा और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।''


बेसिक शिक्षा अधिकारी शैलेश कुमार अस्पताल में शौकेंद्र से मिलने पहुंचे। - 


बेसिक शिक्षा अधिकारी शैलेश कुमार अस्पताल में शौकेंद्र से मिलने पहुंचे।


■शिक्षकों में भारी आक्रोश 

प्राथमिक शिक्षक संघ इटवा के ब्लॉक अध्यक्ष कणुलेश मौर्य ने कहा, शौकेंद्र ने खंड शिक्षा अधिकारी की प्रताड़ना से तंग आकर यह कदम उठाया। उनका वेतन पिछले दो महीनों से रोका गया था, जिसकी शिकायत लिखित रूप से की गई थी। लेकिन अधिकारी लगातार उत्पीड़न कर रहे थे।


पूर्व विधायक और समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष लाल यादव ने भी सरकार और विभाग पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरह जिम्मेदार है, और शिक्षकों पर अतिरिक्त बोझ डालने के कारण मानसिक तनाव बढ़ रहा है, जिससे ऐसी दुखद घटनाएं हो रही हैं।


उच्चस्तरीय जांच की मांग शिक्षक संगठनों ने उच्चस्तरीय जांच और दोषी अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। साथ ही घायल शिक्षक को समुचित चिकित्सा सुविधा और आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया है। माधव प्रसाद मेडिकल कॉलेज की चिकित्सक टीम वर्तमान में शौकेंद्र का इलाज कर रही है।

अस्पताल सूत्रों के अनुसार, उन्होंने अत्यधिक जहरीला पदार्थ लिया था, जिसके कारण उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। यह घटना शिक्षा विभाग में व्याप्त मनमानी और उत्पीड़न की संस्कृति पर गंभीर सवाल खड़े करती है। स्थानीय शिक्षक चेतावनी दे रहे हैं कि अगर प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया तो जिलेभर के शिक्षक आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।


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खंड शिक्षा अधिकारी इटवा राजेश कुमार पर शिक्षक को प्रताड़ित करने का आरोप लगा है।*


■शिक्षक और खंड शिक्षा अधिकारी के बीच वॉट्सऐप चैट


शिक्षक सर, जब बीआरसी (BRD) वाले ही ऑनलाइन रजिस्टर नहीं कर पा रहे हैं, तो हमसे कैसे अपेक्षा की जा सकती है कि हम कर लें?


खंड शिक्षा अधिकारी (राजेश कुमार) बात करने का लहजा ठीक रखो।


शिक्षक सर, जो बीआरसी वाले बता रहे हैं, वही मैं भी आपको बता रहा हूं।


खंड शिक्षा अधिकारी ठीक है, कल मुझसे बात करवाना।


शिक्षक सर, प्लीज… दीपावली पर हम घर क्या मुंह लेकर जाएंगे? कृपया मेरी आख्या लगा दीजिए, हमारी भी मजबूरी समझिए सर।


शिक्षक श्रीमान खंड शिक्षा अधिकारी जी से विनम्र निवेदन है कि कृपया उक्त विषय पर मेरी आख्या लगाने की कृपा करें। भदोखर का जन्म प्रमाणपत्र बहुत पहले ही बीआरसी को भेजा जा चुका है। सभी शिक्षकों का वेतन बहाल हो चुका है, केवल मेरा — शौकेंद्र गौतम — का वेतन अभी तक रुका हुआ है। कृपया मेरी आख्या भेजने का कष्ट करें सर।


 

शिक्षक सर, आप सबका वेतन बहाल कर चुके हैं, मेरा भी कर दीजिए। हम आप ही के समाज से हैं, सर — थोड़ा अपनेपन और सहानुभूति का परिचय दीजिए। आप हमारे विद्यालय भी आए हैं, हमारे स्टाफ इल्जाम अली आपके परिचित भी हैं।


शिक्षक सर, कृपया मेरी आख्या भेज दीजिए। दीपावली का पर्व है और दो महीने से मेरा वेतन रुका हुआ है।


शिक्षक सर, मैं मानसिक और आर्थिक रूप से बहुत डिप्रेशन में हूं। इस स्थिति में मैं दीपावली पर घर नहीं जा पाऊंगा। मेरे पास अब कोई विकल्प नहीं बचा है। सर, सबका कार्य कर दिया गया है, केवल मेरा ही रोका गया है। मुझे लग रहा है कि मुझे जानबूझकर प्रताड़ित किया जा रहा है।


मेरे पास अब इस स्थिति में आत्महत्या करने के अलावा कोई रास्ता नहीं है। मैं बहुत परेशान और टूट चुका हूं। अगर मुझसे कोई गलती हुई हो तो कृपया माफ कर दीजिए सर। यह आपसे मेरी अंतिम विनती है।


खंड शिक्षा अधिकारी पागल हो क्या? कल मुझसे बात करवाना सबको।


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