लखनऊ, । छतों पर सोलर पैनल लगवाने वाले उपभोक्ता, जिनकी मार्च की सोलर यूनिटें 'लापता' हो गई थीं, उन्हें मई में राहत मिल जाएगी। पावर कॉरपोरेशन को लापता सोलर यूनिटों के भुगतान के लिए कमजोर बिलिंग सॉफ्टवेयर में बदलाव करना पड़ा है। कॉरपोरेशन ने आकलन किया है कि तकरीबन 57 हजार उपभोक्ताओं की मार्च तक बची सोलर यूनिटों का समायोजन अप्रैल में नहीं हुआ था।
ये भी पढ़ें - बेसिक शिक्षक ने किया कमाल, बना दी AI शिक्षिका, अब बच्चों को पढ़ाना-लिखाना हुआ आसान
ये भी पढ़ें - शिक्षक पति कर रहा था दूसरी शादी, पहली पत्नी और उसके परिजनों की मारपीट, वीडियो वायरल
सोलर यूनिटें 'लापता' होने की खबर आपके अखबार ‘हिन्दुस्तान’ ने 19 अप्रैल के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित की थी। 'लापता' यूनिटों का भुगतान दो रुपये प्रति यूनिट की दर से होगा। ‘हिन्दुस्तान’ की खबर को आधार बनाकर राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने नियामक आयोग में याचिका भी दायर की थी। आयोग ने ‘हिन्दुस्तान’ की खबर का संज्ञान लेकर याचिका पर पावर कॉरपोरेशन को 15 दिनों में भुगतान के आदेश दिए थे और ब्योरा तलब किया था। पावर कॉरपोरेशन के मुताबिक मई में आने वाले बिल में समायोजन उपलब्ध होगा। इसके अतिरिक्त मई के बिल में अधिभार समायोजन के तौर पर 2% की कमी भी होगी। अप्रैल के बिल में सरचार्ज के तौर पर 1.24% जोड़ा गया था।