06 May 2025

अफवाहबाजों से शिक्षा सेवा चयन आयोग परेशान




● चयन आयोग और परीक्षा से जुड़ी अफवाहों की मांगी सूचना


● सुरक्षा एजेंसियों से जांच कराकर कठोर कार्रवाई करने की तैयारी


प्रयागराज,। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग अफवाहबाजों से परेशान है। अगस्त 2023 में अपने गठन के पौने दो साल में मात्र एक परीक्षा करा सके आयोग की नाक में नकारात्मक अफवाहों ने दम कर रखा है। आयोग के परीक्षा नियंत्रक डीपी सिंह ने बकायदा नोटिस जारी करके ऐसे लोगों की सूचना मांगी है जो आयोग और उसकी परीक्षाओं के विषय में विभिन्न माध्यमों से नकारात्मक अफवाहें फैला रहे हैं।


ये भी पढ़ें - पुरानी पेंशन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर होगा आंदोलन : राजवोंगसी

ये भी पढ़ें - स्कूलों में अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों छात्रों को लगानी होगी ऑनलाइन हाजिरी

प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती के लिए 16 और 17 अप्रैल को आयोजित लिखित परीक्षा के बाद आयोग के एक आउटसोर्स कर्मी महबूब अली की गिरफ्तारी के बाद से तरह-तरह की अफवाहें फैल रही है। खासतौर से सोशल मीडिया फेसबुक, टेलीग्राम और एक्स आदि पर छात्र परीक्षा को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं। परीक्षा नियंत्रक डीपी सिंह की ओर से 29 अप्रैल को जारी नोटिस में इन अफवाहों के स्रोत, विषय, मंतव्य एवं प्रसार के तरीके की सुरक्षा एजेंसियों से तथ्यपरक जांच कराकर दोषियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई कराने और अफवाहों पर त्वरित एवं प्रभावी नियंत्रण के लिए अफवाहों का विवरण ई-मेल आईडी upsessc.grievance@gmail.com पर भेजने को कहा है। साथ में साक्ष्य के रूप में स्क्रीनशॉट, वीडियो, आडियो अन्य फाइल वगैरह भी मांगा है।


दो सदस्यीय प्रकोष्ठ करेगा निगरानी

आयोग अध्यक्ष प्रो. कीर्ति पांडेय ने उप सचिव विकास सिंह और कम्प्यूटर ऑपरेटर (आउटसोर्स) निशांत मिश्रा की दो सदस्यीय ग्रीवांस सेल गठित की है। परीक्षा नियंत्रण डीपी सिंह ने निर्देशित किया है कि आयोग के विषय में नकारात्मक अफवाह फैलाकर गरिमा को धूमिल किए जाने तथा ऐसे तथ्यों को ई-मेल/दूरभाष पर प्राप्त कर संकलित सूचना दैनिक आधार पर सुरक्षा एजेंसियों को साझा करें जिससे तथ्यपरक जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई तथा अफवाहों पर विराम लगाया जा सके।