● मंत्री ने वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी को लेकर की समीक्षा
● रोजगार व अप्रेंटिशसिप के अवसर बढ़ाए जाने के दिए निर्देश
लखनऊ, व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने बुधवार को यूपी की वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने में विभाग की ओर से किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की। राजधानी में उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के कार्यालय में डेलॉयट इंडिया के प्रतिनिधियों व अधिकारियों के साथ उन्होंने बैठक की। मंत्री ने स्थानीय स्तर पर रोजगारोन्मुख पाठ्यक्रम शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रोजगार व अप्रेंटिशसिप के अवसर बढ़ाए जाएं।
मंत्री ने कहा कि मिशन मोड पर विभाग की योजनाओं को संचालित कर युवाओं को रोजगार व स्वरोजगार से जोड़ा जाए। राजकीय व निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) और कौशल विकास मिशन संयुक्त रूप से रोजगारोन्मुख पाठ्यक्रम शुरू करें। यही नहीं छात्रों से पढ़ाई व प्रशिक्षण के संबंध में फीडबैक लिया जाए और उसके आधार पर बदलाव किया जाए। अधिकारी छात्रों को औचक फोन कॉल करें और औचक निरीक्षण कर छात्रों से सीधा संवाद स्थापित करें ताकि विद्यार्थियों की समस्याओं का समाधान किया जा सके।
मंत्री ने कहा कि मुख्यालय की बजाए मंडल स्तर पर कार्यक्रम व बैठकें आयोजित की जाएं। स्किल मित्र पोर्टल के माध्यम से सभी विभागों के कौशल विकास कार्यक्रमों में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे युवाओं के ट्रेड व मोबाइल नंबर सहित आंकड़े दर्ज किए जाएं। बैठक में प्रमुख सचिव, व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता डा. हरिओम और उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के मिशन निदेशक पुल्कित खरे सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
मंत्री के सामने अधिकारियों ने लिया फीडबैक: मंत्री कपिलदेव अग्रवाल ने बैठक में ही छात्रों से फीडबैक लेने के निर्देश दिए। फोन कॉल मिलाकर कुछ छात्रों से पढ़ाई व प्रशिक्षण के बारे में फीडबैक लिया गया। फिलहाल छात्रों की ओर से सकारात्मक प्रक्रिया दी। जिससे अधिकारियों ने राहत की सांस ली।