09 July 2025

फर्जीवाड़ा कर पेंशन ली, वसूली होगी

 

लखनऊ, पिता की मौत के बाद भी उनको जिंदा बताकर पेंशन उठा रहे बेटे को पैसा लौटाना होगा। कलेक्ट्रेट कोषागार ने इस संबंध में आरोपी बेटे को नोटिस जारी किया है। करीब नौ लाख रुपये उसे कोषागार को लौटाने होंगे।



पिता के निधन के बाद बेटे ने जितने महीने की पेंशन ली है उतनी रकम रिकवरी के रूप में जमा कराना होगा। ऐसा न करने पर उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। तेलीबाग निवासी प्रेम शंकर तिवारी माध्यमिक शिक्षा विभाग में शिक्षक के पद से रिटायर हुए थे। कुछ वर्ष पहले प्रेम शंकर की मौत हो गई थी। इसके बावजूद उनके बेटा आलोक उनकी पेंशन उठाता रहा। साल के आखिर में जीवित प्रमाणपत्र प्रस्तुत करने की स्थिति आई तो किसी और को पिता बताकर पेश कर दिया। इसके एवज में उसको कुछ रुपयों का भुगतान किया था। इस साल फरवरी में जब सत्यापन प्रक्रिया के दौरान जब वह शख्स पेश हुआ तो अफसरों को शक हुआ। दस्तावेजों में लगी फोटो से मिलान किया गया तो पता चला कि ये प्रेम शंकर तिवारी नहीं है। जांच में पता चला कि प्रेम शंकर का काफी समय पहले निधन हो चुका है। तब मामले में जांच के आदेश दिए गए।


फर्जीवाड़ा सामने आने पर रिपोर्ट से बच रहे

कोषागार अधिकारी इस मामले में कानूनी कार्रवाई से बच रहे हैं। इसमें यदि पुलिस जांच शुरू हुई तो लपेटे में कई कर्मचारी और अधिकारी भी आ सकते हैं। पेंशनधारक की मौत के बाद भी पेंशन जाती रही लेकिन अब तक इस मामले में एफआईआर नहीं दर्ज कराई गई है जबकि पुख्ता तौर पर फर्जीवाड़ा किया गया। अफसरों का कहना है कि रिकवरी न होने पर केस दर्ज कराएंगे।