बदायूं, परंपरा और आस्था के प्रतीक टीका और कलावा एक मासूम छात्रा के लिए स्कूल में परेशानी का सबब बन गए। प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाली छात्रा को दो महिला शिक्षिकाओं ने सिर्फ इसलिए प्रताड़ित किया क्योंकि उसने माथे पर टीका लगाया था और हाथ में कलावा बांधा हुआ था। शिक्षिकाओं ने चेतावनी दी अगर स्कूल आना है तो टीका-कलावा छोड़ दो। सहमी छात्रा ने घर पहुंचकर जब यह बात परिजनों को बताई, तो परिवार आक्रोशित हो उठा। छात्रा के भाई ने बीएसए से शिकायत कर शिक्षिकाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। मामला ब्लॉक उसावां के पूर्व माध्यमिक विद्यालय कन्या उसहैत का है।
यहां उसहैत के वार्ड छह के रहने वाले हिमांशु मिश्रा पुत्र चंद्र प्रकाश मिश्रा ने बताया कि उनकी बहन वैष्णवी मिश्रा ने पूर्व माध्यमिक विद्यालय कन्या उसहैत में कक्षा छह में एक सप्ताह पहले ही दाखिला लिया था। वैष्णवी स्कूल जाते समय माथे पर टीका और हाथ में कलावा बांधकर गई थी। इस पर विद्यालय में पढ़ाने वाली दो महिला अध्यापकों ने उसे टोका। एक अध्यापक ने कहा कि कल से टीका लगाकर मत आना और दूसरी महिला अध्यापक ने कहा कलावा काटकर स्कूल आना। हमारे विद्यालय में टीका लगाना और कलावा बांधना नियमों के विरुद्ध है। यदि यहां पढ़ना है तो नियमों के अनुसार रहना होगा। इसके बाद वैष्णवी ने पूरा मामला अपने परिवार को बताया। जब परिवार के लोगों ने दोनों महिला अध्यापकों से बात की, तो उन्होंने कहा कि यहां जो नियम हैं, वे बदले नहीं जाएंगे। इसके बाद वैष्णवी के भाई हिमांशु मिश्रा ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से शिकायत कर महिला अध्यापकों पर कार्रवाई की मांग की है।