डीएम अनुज सिंह और एसएसपी सतपाल अंतिल अधिकारियों के पूरे लश्कर के साथ विकास खंड छजलैट के उच्च प्राथमिक विद्यालय शेरपुर रुस्तमपुर का औचक निरीक्षण करने के लिए पहुंच गए। दोनों अधिकारियों ने यहां बच्चों से सवाल पूछ और सही जवाब देने पर बच्चों को टॉफी व चॉकलेट देकर प्रोत्साहित किया।
वहीं स्कूल में अव्यवस्थाएं मिलने पर सुधार के निर्देश दिए। दरअसल बुधवार को दोनों अधिकारी कांठ और छजलैट क्षेत्र में कांवड़ यात्रा मार्गों पर व्यवस्थाओं को देखने के लिए निकले थे। इस दौरान जब कांवड़ मार्ग स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय शेरपुर रुस्तमपुर दिखाई दिया तो दोनों अधिकारी पूरे लश्कर के साथ स्कूल पहुंच गए।
यहां कक्षा छह, सात और आठ में पहुंचकर अधिकारियों ने बच्चों से सवाल पूछे। इसी के साथ शिक्षक और शिक्षिकाओं की उपस्थिति को चेक किया। वहीं बच्चों के नामांकन बढ़ाने के निर्देश भी डीएम ने दिए। इस दौरान यहां निरीक्षण में स्कूल भवन की स्थिति ठीक नहीं मिली, कहीं प्लास्टर टूटा था तो कहीं बच्चाें के बैठने की सीटें उखड़ी हुईं मिलीं।
वहीं पीने के पानी की भी उचित व्यवस्था नहीं थी। शौचालय भी दुरुस्त नहीं था। जिस पर उन्होंने एबीएसए, एडीओ पंचायत, ग्राम सचिव व प्रधान को व्यवस्थाएं दुरुस्त कराने के निर्देश दिए। साथ ही अव्यवस्थाओं पर डीएम ने नाराजगी भी जताई।
ग्रामीणों ने डीएम व एसएसपी से कांवड़ पथ मार्ग पर चलने वाले खनन भरे वाहनों पर अंकुश लगाने, नागमणि मंदिर के पास किए जा रहे खनन स्टॉक को सड़क से पीछे हटवाने आदि की मांग की। जिस पर डीएम ने संबंधितों को निर्देश देते हुए ग्रामीणों को आश्वासन दिया है।
कांवड़ मार्ग पर रोशनी के लिए व्यवस्था करें संबंधित विभाग
डीएम अनुज सिंह और एसएसपी सतपाल अंतिल ने बुधवार को मुरादाबाद-हरिद्वार कावंड़ मार्ग का निरीक्षण किया। उन्होंने हरथला, सेरुआ चौराहा, अगवानपुर, कैंच की पुलिया, छजलैट और कांठ सहित विभिन्न स्थलों पर पहुंचकर प्रकाश व्यवस्था, पेड़ों की छटाई, साफ सफाई और यातायात प्रबंधन को लेकर निरीक्षण किया।
डीएम ने कुछ स्थानों पर गंदगी और रोशनी की व्यवस्था अधूरी पाकर नाराजगी जताई। उन्होंने निर्देश दिए कि मार्ग की साफ सफाई की जाए और रोशनी का प्रबंध किया जाए। अगवानपुर में नाले की सफाई कराने और छजलैट में चौराहे पर प्रकाश व्यवस्था बेहतर कराने के लिए निर्देश दिए।
विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि कांवड़ मार्ग पर ढीले विद्युत तारों को दुरुस्त कराएं। मार्ग के किनारे विद्युत पोल पर करंट की दिक्कत न आए इसलिए विद्युत खंभों को निश्चित ऊंचाई तक पॉलीथिन से कवर कराएं।