लखनऊ। प्रदेश के विद्यालयों के शिक्षकों को संवेदनशील, न्यायप्रिय और छात्र हितैषी बनाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा एक पहल शुरू की गई है। रमाबाई नगर के अंतर्गत सेंटर फॉर एक्सीलेंस आधारित शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम कम्प्यूटर्स व कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के शिक्षकों-शिक्षिकाओं को ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
यह प्रशिक्षण विद्यालयों में केवल शिक्षण गुणवत्ता बढ़ाने तक सीमित नहीं है, बल्कि शिक्षकों (विशेषकर महिला शिक्षकों) आत्मसम्मान, स्वाभिमान, आत्म विश्वास, भावनात्मक सुरक्षा और समाज सहभागिता की भावना को मजबूत करने पर केंद्रित है।
इस उद्देश्य से तैयार कर लिया गया है। 1 मई 2026 तक चलने वाले इस प्रशिक्षण में प्रदेश के सभी पात्र शिक्षक-शिक्षिकाएं शामिल होंगी।
बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने कहा कि इस प्रशिक्षण से शिक्षकों को विद्यालयों में बेहतर वातावरण बनाने में मदद मिलेगी और छात्र हित सुनिश्चित उपक्रम कैलेंडर के अनुरूप चलाया जा रहा है। पहले चरण में 54,347 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया है और शेष शिक्षकों के लिए अगला चरण जल्द शुरू होगा। इससे विद्यालयों में बच्चों को सुरक्षित, सम्मानजनक और स्वीकार्य माहौल का अनुभव कर पाने में मदद मिलेगी।

