प्रयागराज। एशिया के सबसे बड़े यूपी बोर्ड में गणित पढ़ने वाले विद्यार्थियों की संख्या में लगातार गिरावट हो रही है। 2026 की इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए गणित विषय में 3,98,567 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं जबकि 2025 में गणित लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या 4,25,257 थी। चार सालों में यह पहला अवसर है जब इंटर में गणित विषय में पंजीकृत छात्र-छात्राओं की संख्या चार लाख से कम है। वैसे इस साल इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा के लिए पंजीकृत विद्यार्थियों की संख्या में 2,25,657 की कमी आई है लेकिन आंकड़ों पर गौर करें तो तस्वीर अलग नजर आती है।
2026 की इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए पंजीकृत 24,79,352 विद्यार्थियों में से 12,16,270 ने जीव विज्ञान विषय चुना है जबकि 2025 की इंटरमीडिएट परीक्षा में पंजीकृत 27,05,009 छात्र-छात्राओं में से 12,49,460 ने जीव विज्ञान लिया था। इससे साफ है कि छात्रसंख्या घटने के बावजूद जीव विज्ञान का क्रेज बना हुआ है। विशेषज्ञों की मानें तो एक तो गणित विषय कठिन होने के कारण विद्यार्थी रुचि नहीं लेते दूसरे जीव विज्ञान से पढ़ाई के बाद डॉक्टरी के अलावा कई रोजगारपरक पाठ्यक्रम का रास्ता खुल जाता है।
यही कारण है कि विद्यार्थियों में जीव विज्ञान के प्रति अधिक रुझान देखने को मिलता है। 2024 में 450097, 2023 में 499484 और 2021 में 456671 छात्र-छात्राओं ने इंटर में गणित विषय चुना था। जबकि 2024 में 1134114, 2023 में 1084932 और 2021 में 927929 विद्यार्थियों ने जीव विज्ञान विषय लिया था।
कई व्यवसायिक विषयों में 50 छात्र भी नहीं
इंटर में कई विषयों में तो 50 छात्र भी नहीं है। मधुमक्खी पालन में 16, डेयरी प्रौद्योगिकी में 33, रेशमकीȧट पालन में 38, इम्ब्रायडरी में 15, आशुलिपिक एवं टंकण (अंग्रेजी) में 14 व सहकाǐरिता 45 छात्र पंजीकृत हैं। हाईस्कूल में डिजास्टर मैनेजमेंट, फसल सुरक्षा तकनीक में एक-एक, इलेक्ट्रिशियन में दो, मोबाइल रिपेयरिंग में चार, हेãल्थकेयर में पांच, खुदरा व्यापार में 11, प्लम्बिंग में 12 पंजीकृत हैं।
कला वर्ग में समाजशास्त्र की सर्वाधिक मांग
इंटर में कला वर्ग लेने वाले विद्यार्थियों में सर्वाधिक रुझान समाजशास्त्र में देखने को मिलता है। 2026 की परीक्षा के लिए समाजशास्त्र में 465556, नागरिक शास्त्र में 390239 व भूगोल में 341632 विद्यार्थी पंजीकृत हैं। 2025 में समाजशास्त्र में 500500, नागरिक शास्त्र में 414015 व भूगोल में 358799 छात्र-छात्राएं पंजीकृत थे। 2024 में 458333 विद्यार्थियों ने समाजशास्त्र, 371934 ने नागरिक शास्त्र, 317393 ने भूगोल लिया था।

