04 July 2025

स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को वरिष्ठों से कुर्सी छिनने का सता रहा है डर

 

प्रतापगढ़। युग्मन से एकीकृत हो रहे परिषदीय विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को कुर्सी जाने का डर सता रहा है। विद्यालय का प्रभार किस प्रधानाध्यापक को सौंपा जाएगा, इस बात को लेकर प्रधानाध्यापक असमंजस में है। पहले चरण में जिले के करीब 200 स्कूलों को मर्ज किया जाएगा। 20 व उससे कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों को दूसरे परिषदीय विद्यालयों में मर्ज किया जाएगा।



अधिकांश युग्मित हुए विद्यालय के शिक्षक एकीकृत विद्यालय में जाने को तैयार नहीं है और वह विरोध भी कर रहे हैं। जनप्रतिनिधियों के साथ बीएसए को ज्ञापन सौंपकर नियम वापस लिए जाने की मांग भी कर रहे हैं।


वहीं, अब युग्मन के साथ ही प्रधानाध्यापकों को कुर्सी छिनने का डर भी बना हुआ है। दरअसल, युग्मित किए गए कई विद्यालयों के प्रधानाध्यापक सेवाकाल में वरिष्ठ हैं। जिन विद्यालयों में उनका युग्मन किया गया है। उस विद्यालय के प्रधानाध्यापक कनिष्ठ हैं। ऐसे में कनिष्ठ प्रधानाध्यापकों को युग्मित विद्यालय के वरिष्ठ प्रधानाध्यापकों से कुर्सी जाने का डर बना हुआ है।