17 December 2025

भर्ती संस्थाओं के रवैये पर समन्वय समिति गठित

 भर्ती संस्थाओं के रवैये पर समन्वय समिति गठित

भर्ती संस्थाओं में पारदर्शिता और मनमाने निर्णयों के खिलाफ आंदोलन को संगठित रूप देने के उद्देश्य से छात्र संगठनों की संयुक्त बैठक मंगलवार को हुई। बैठक का नेतृत्व प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी प्रशांत पांडेय ने किया, जिसमें विभिन्न छात्र संगठनों के प्रमुख प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। बैठक में सोमवार को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) पर हुए प्रदर्शन में राजनीतिक हस्तक्षेप की कड़ी आलोचना की गई।

बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि भर्ती संस्थाओं के मनमानेपन के विरुद्ध संघर्ष और आंदोलनों के संचालन के लिए एक संयुक्त समन्वय समिति का गठन किया जाएगा। यह समिति आगे की रणनीति तय करने के लिए विभिन्न स्थानों पर प्रतियोगी छात्रों के साथ बैठकें करेगी। स्पष्ट किया गया कि छात्र आंदोलन में सभी राजनीतिक दलों और छात्र संगठनों से सहयोग लिया जाएगा, लेकिन किसी भी प्रदर्शन में राजनीतिक दलों के झंडे-बैनर, समर्थन या विरोध में नारेबाजी की अनुमति नहीं होगी। इस अवसर पर प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति से प्रशांत पांडेय, प्रतियोगी छात्र प्रतिनिधिमंडल के संयोजक शीतला प्रसाद ओझा, कृषि प्रतियोगी छात्रसंघ से अभिनव मिश्रा, प्रतियोगी छात्र महासंघ से बेट्टू बाजपेयी, छात्र ज्ञान संघ से ज्ञान शुक्ला, समीक्षा अधिकारी/ सहायक समीक्षा अधिकारी संघर्ष कमेटी से संदीप अग्रहरि सहित राघवेंद्र तिवारी, मो. रिजवी, आशीष सिंह, भीमराज, प्रवीण गुप्ता, अर्चना सिंह, श्वेता तिवारी, नीरज मिश्रा, सचिन आदि मौजूद रहे।

संयुक्त प्रतियोगी छात्र हुंकार मंच आज देगा ज्ञापन
सोमवार को हुए आंदोलन के अगुआ की भूमिका में रहे संयुक्त प्रतियोगी छात्र हुंकार मंच के पंकज पांडेय के धरना स्थल पर नहीं पहुंचने के कारण आलोचना हो रही है। पंकज पांडेय ने कहा कि पुलिस की ओर से नजरबंद किए जाने के कारण वह नहीं पहुंच पाए थे। उन्होंने मंगलवार को ऑनलाइन बैठक की और स्पष्ट किया कि मूल मांगें यथावत हैं और इसको लेकर बुधवार को आयोग को ज्ञापन सौपेंगे। साथ ही 21 दिसंबर को आमसभा होगी और सहमति के आधार पर आगे के आंदोलन पर निर्णय लेंगे। नए साल की शुरुआत में एक दिवसीय आंदोलन होगा।